यूपी के मेरठ जिला में पुलिस ने फर्जी मार्कशीट बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ करने का दावा किया है। बताया जा रहा है कि आरपी एक -एक लाख रूपय में MBA और बीटेक की डिग्री बनाकर बेचते थे। पुलिस का दावा है कि छापेमारी के दौरान कई विश्वविद्यालयों की फर्जी डिग्रियां और मार्कशीट मिली हैं। पुलिस ने कई निजी विश्वविद्यालयों के नाम की हजारों की संख्या में खाली और भरी हुई डिग्रियां, मोहर, कम्पयूटर, सॉफ्टवेयर, सीडी आदि बरामद की हैं। पुलिस इस धंधे में शामिल आरोपियों की तलाश में जुट गई है। (फर्जी डिग्री बनाने का धंधा)
फर्जी डिग्री बनाने का धंधा मिलते ही भागे लोग
एसपी देहात राजेश कुमार ने बताया कि, पंचगांव पट्टी की अनुराधा सैनी ने 100 नंबर पर शिकायत दर्ज कराई थी कि 60 हजार रुपये देने के बावजूद इस कॉलेज संचालक ने उसे बीएससी की डिग्री नहीं दी। इस शिकायत पर किठौर एसओ राजेंद्र त्यागी शनिवार शाम फोर्स के साथ मेघराजपुर के जंगल के एक खेत में खंडहरनुमा मकान में बने इस कथित कॉलेज पर छापा मार दिया। पुलिस को देख उसमें मौजूद लोग खिड़कियों से कूदकर भाग निकले। (फर्जी डिग्री बनाने का धंधा)
एएनजी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट का लगा मिला बोर्ड
खंडहरनुमान बिल्डिंग पर एएनजी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट का छोटा बोर्ड लगा हुआ था। पुलिस ने दो कमरों से सिंघानिया यूनिवर्सिटी झुंझनू राजस्थान, जेआरएन राजस्थान विद्यापीठ यूनिवर्सिटी, मोनार्ड यूनिवर्सिटी हापुड़, आईएएसई यूनिवर्सिटी राजस्थान, मानव भारती यूनिवर्सिटी हिमाचल प्रदेश, का नाम लिखी डिग्रियां बरामद की हैं। अधिकांश डिग्रियां खाली हैं, जबकि कुछ पर नंबर भी चढ़े हुए हैं। उन्होंने बताया कि ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि इस रैकेट में कई लोग शामिल हो सकते हैं। फ़िलहाल पुलिस पूरे मामले की पड़ताल कर रही है। पुलिस को अभी तक कोई भी आरोपी नहीं मिल पाया है। पुलिस आरोपियों को पकड़ने के लिए दबिश दे रही है। (फर्जी डिग्री बनाने का धंधा)
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