प्रेमिका के प्यार में एक युवक इस हद तक पहुंच गया कि पुलिस की वर्दी पहन कर नकली दारोगा बन गया। इसके लिये उसने हजारों रुपये खर्च करके एक रिवाल्वर व पुलिस की वर्दी खरीदी। जिसे पहन कर वह प्रेमिका को दिखाने के लिये पुलिस अधिकारी बन गया। पारा थाना क्षेत्र में कार में घूम रहे एक ऐसे ही श स को देखकर पुलिस को कुछ शक हुआ। जब उससे पूछताछ की गयी तो सारा मामला सामने आ गया। पुलिस ने उसे गिर तार कर जेल भेज दिया।
सीओ आलमबाग ने बताया कि एसएसपी के र्निदेश पर पारा पुलिस काकोरी मोड़ नहर पुलिया मोहान रोड पर चेंकिग कर रही थी। इस दौरान खुशहालगंज की तरफ के साथ एक अन्य कार हूण्डई वरना नंबर (डीएल 2 सीएएम 7748) आ रही थी। जिसे शक होने पर रोक कर जांच की गयी तो उसमें पुलिस की वर्दी पहने एक शख्स मिला। जिसने पहले तो पुलिस पर गाजियाबाद में क्राइम ब्रांच में तैनात दारोगा बताकर पुलिस को अर्दब में लेने की कोशिश की। लेकिन पुलिस को कुछ शक हुआ तो उससे सख्ती से पूछताछ की। जिस पर उसने पुलिस को बताया कि वह अपनी प्रमिका को रिझाने के लिये पुलिस की वर्दी पहन कर नकली दारोगा बन गया था।
सत्रह हजार में खरीदी पिस्टल
पूछताछ के दौरान पकड़े गये दिनेश सिंह निवासी लाल बाटा थाना भिटौली जनपद इटावा ने बताया कि उसने ग्वालियर विवि से बीएससी की है। उसकी प्रेमिका पुलिस में अधिकारी है। पुलिस के प्रति उसकी पसंद को देखकर उसने पहले इटावा पुलिस लाइन से जाकर एक पुलिस की वर्दी 17 सौ रुपये में खरीदी। उसके बाद भिण्ड जाकर एक परिचित की मदद से 17 हजार में एक .32 बोर की एक पिस्टल खरीदी। जिसके साथ उसे दो कारतूस भी दिये। वहीं सीओ आलमबाग ने बताया कि प्रथम दृष्टया इसके पास अवैध रूप से पिस्टल के साथ दो जिन्दा कारतूस बरामद होना एक संगीन अपराध है। जो कही न कहीं इसके अपराधी होने का संकेत दे रहा है, मामले की जांच की जा रही है।