भले ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार प्रदेश को अपराध मुक्त और भयमुक्त बनाने का दावा कर रही हो लेकिन हकीकत इससे कोसों दूर है। प्रदेश में गुंडों का आतंक चरम सीमा पर इससे लोग भयभीत हैं, परंतु स्थानीय पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई ना किये जाने से पीड़ित परिवार पयालन करने को मजबूर हैं। पीड़ितों ने दबंगों के डर से अपने घरों पर ‘मकान बिकाऊ है’ के पोस्टर चस्पा कर रखे हैं। बताया जा रहा है कि दो परिवार के लोगों ने हिस्ट्रीशीटर की धमकियों से घर छोड़ दिए हैं, लेकिन पुलिस हाथ पर हाथ धरकर बैठी हुई।
जानकारी के मुताबिक, मामला असमोली थाना क्षेत्र के मढ़न गांव का है। यहां पिछले दिनों दो मुस्लिम परिवारों में आपसी विवाद हुआ था। बताया जा रहा है कि गांव में ही एक हिस्ट्रीशीटर खलील रहता है। इस पर करीब एक दर्जन संगीन आपराधिक मुकदमे पंजीकृत हैं। पीड़ित परिवारों की माने तो गांव में ये हिस्ट्रीशीटर पंचायत करता था। पिछले महीनों हुए ग्राम प्रधान के उपचुनाव में ये अपराधी गुंडा खड़ा हुआ था लेकिन चुनाव हार गया था। आरोप है कि गांव में पंचायत के दौरान जब पीड़ित परिवार भी पहुंचा तो तो हिस्ट्रीशीटर भड़क गया और गली गलौज करने लगा।
पीड़ित परिवारों का आरोप है कि एक दर्जन मुकदमे दर्ज होने के बावजूद पुलिस अपराधी को गिरफ्तार नहीं कर रही है। वह आये दिन लोगों को परेशान करता है और जान से मारने की धमकी देता है। इस गुंडे से परेशान परिवार ने पुलिस से शिकायत की लेकिन अभी तक कोई भी सुनवाई नहीं हुई है। धमकियों से परेशान परिवारों ने अपने घर के बाहर दीवार पर मकान बिकाऊ है का पोस्टर चस्पा कर रखा है। बताया जा रहा है कि दो परिवारों ने घर छोड़ दिए हैं और दूसरी जगह पलायन कर गए हैं। अब देखने वाली बात ये होगी कि क्या योगी सरकार में पुलिस इन पीड़ितों को न्याय दे पाती है या नहीं ये तो वक्त ही बताएगा।