सरकार द्वारा प्राथमिक विद्यालयों के लिए चलने वाली मिड डे मील की योजना अपनी गुणवत्ता को लेकर हमेशा विवादों में भले ही रहती हो लेकिन एक सच ये भी है कि इस योजना की वजह से कई गरीब परिवारों के बच्चो को खाना नसीब हो पाता है।
उत्तर प्रदेश के ऐसे कई गांव हैं जहा रहने वाले परिवारों के बच्चे मिड डे मील के सहारे अपना पेट भर रहे हैं! ऐसे ही परिवार लखनऊ राज्य मुख्यालय से लगभग 35 किमी. दूर स्थित काकोरी गाँव में देखने को मिल रहें है, जिनमे रहने वाले परिवारो के बच्चों का पेट एक समय एमडीएम के माध्यम से भरता है।
काकोरी के दसदोई गाँव में स्थित प्राथमिक विद्यालय दसदोई में एक परिवार के 5 बच्चे एमडीएम योजना के तहत वितरित किये जा रहे भोजन का लाभ ले रहे हैं क्योंकि उन बच्चों पर पिता का साया नहीं है और मां घरों में काम करके बमुश्किल जीविका चला रही हैं। कुल 7 बच्चे हैं, जिनमें से दो की शादी हो गयी है और तीन का दाखिला प्राथमिक विद्यालय दसदोई में और दो का दाखिला इसी स्कूल में चलने वाली आंगनबाड़ी में करवा रखा है। इन परिवारों के लिए मिड डे मील की योजना ही इनके बच्चो का पेट भर रही है।