यूपी में नोटबंदी के फैसले से एक गरीब किसान की गरीब एक दिन में ही गायब हो गई। इस फैसले ने उसे रातों-रात अरबपति बना दिया। इस अरबपति किसान के खाते का बैलेंस नोटबंदी से पहले महज कुछ हजार रूपये ही था। इनकम टैक्स विभाग की नज़र अचानक अरबपति बने इस किसान पर पड़ी। फिर इसके खिलाफ नोटिस जारी कर खाते में जमा राशि का ब्योरा देने को कहा गया।
रातों-रात किसान बना अरबपति :
- नोटबंदी के दौरान काले धन को सफेद करने का धंधा बहुत तेजी से चला।
- जनधन खातों से लेकर कई फर्जी खातों तक में अचानक से करोड़ों रूपयें की धनराशी जामा होने लगी।
- इसी बीच नोटबंदी के फैसले के महज दो दिन बाद 10 नवबंर को एक किसान के खाते में 300 करोड़ रूपये जमा हुए।
- यह 300 करोड़ रूपये बिजनौर जिले के कुकड़ा इस्लामपुर गांव में रहने वाले किसान के खाते में जमा हुए।
- कुछ दिन पहले तक उसके पीएनबी की हल्दौर ब्रांच में खाते में 20 हजार रूपये से भी कम धनराशी थी।
- 10 नवंबर को अचानक उसके खाते में 300 करोड़ रूपये जमा हो गए।
- सबसे बड़ी बात यह है कि बैंक ने भी इतनी बड़ी राशि खातें में आने पर किसान से पूछताछ नहीं की।
- बैंक ने इसकी सूचना भी आईटी विभाग को नहीं दी।
- लेकिन जल्द ही इस ट्रांजैक्शन पर आईटी की नज़र पड़ी और किसान को नोटिस जारी किया गया।
बैंक को आईटी ने किया तलब:
- 300 करोड़ की धनराशी एक खाते में आने और उसकी सूचना न देने के लिए आईटी ने बैंक के ब्रांच मैनेजर से जवाब मांगा।
- इस संबंध में मंगलवार को ब्रांच मैनेजर ने आईटी को अपना लिखित जवाब भेजा।
- इसमें लिखा गया, यह महज एक गलती थी।
- उन्होंने इसके लिए कीबोर्ड की गलती को जिम्मेदार बताया।
- यह पैसे उसी दिन उसके खाते से घटा भी दिया गया।