जब से राहुल गांधी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने तब से अमेठी मे उनके लिए और मुसीबत यह बनता जा रहा कि अमेठी के ही लोग अब कांग्रेस पार्टी को अमेठी से मुक्त करना चाहती है। क्योकि किसानों का कहना है कि राहुल गाँधी सिर्फ अमेठी के किसानों की जमीन हड़पना ही जानते हैं।
सातवें आसमान पर किसानों का गुस्सा
- आज गौरीगंज के सम्राट साइकिल फैक्ट्री के गेट पर आज किसानों ने जमीन वापसी की मांग लेकर राहुल गांधी के खिलाफ मोर्चा खोला।
- वहीं किसान ने अर्चना सिंह की अगुवाई में जमकर विरोध प्रदर्शन किया और विरोधी नारे लगाये।
- राहुल गांधी शर्म करो किसानो की जमीन वापस करो।
- अब इन किसानों का गुस्सा सातवें आसमान पर है।
- हो भी क्यों ना क्योकि इन लोगों को देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी द्वारा छला गया है।
कंपनी बंद होने से नौकरी भी गई
- आपको बता दे कि सन 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के आह्वान पर ललन पाठक सहित कई अन्य परिवारों ने अपनी सौ बीघा जमीन यूपीएसआईडीसी को दी थी।
- इसी जमीन पर अमेठी के कौहार में सम्राट साइकिल फैक्ट्री लगाने के ली गई थी।
- सरकारी वायदे के मुताबिक, लल्लन पाठक को 5 हजार रुपये प्रति बीघा मुआवजा और सम्राट साइकिल फैक्ट्री में नौकरी भी मिल गई।
- लेकिन 2 साल बाद कंपनी बंद हो गई और नौकरी भी चली गई।
- तब से यहाँ के लोग बेरोजगार हो गये है।
- उनका जीवन यापन बड़ी मुश्किल से हो रहा है।
भुखमरी की कगार पर 92 परिवार
- ललन पाठक के मुताबिक, जिन 192 परिवारों की जमीन अधिग्रहीत की गई थी वो आज भुखमरी की कगार पर हैं।
- इसी बात को लेकर आज यहाँ के सैकड़ों की संख्या मे किसानों ने राहुल गाँधी और प्रियंका सोनिया गाँधी के भी मुर्दाबाद के नारे भी लगाये।
- उनकी माँगे है कि अगर उनकी जमीन वापस नहीं की गई तो तो वो कुछ भी करने को तैयार हो जायेंगे।