मेरठ में पिछले दो साल से मेरठ विकास प्राधिकरण से मुआवजे की मांग कर रहे किसान शनिवार को पानी की टंकी पर चढ़ गए। किसान पिछले दो साल से मुआवजे के लिए धरना दे रहे हैं, लेकिन प्रशासन की अनदेखी के चलते उन्होंने धरना देने का नया तरीका अपनाया। किसानों ने धमकी देते कहा कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं की गईं, तो वे एक-एक करके टंकी से कूद जायेंगे।

  • इन सभी किसानों ने शताब्दी नगर योजना के तहत अपनी जमीनें दी थीं। किसानों की मांग है कि उन्हें नई मुआवजा नीति, सर्किल रेट से चार गुना दर के बराबर मुआवजा दिया जाए।
  • किसान मुआवजे की मांग के लिए पिछले दो साल से धरना दे रहे थे। किसानों ने कई बार जिला प्रशासन के साथ बैठक कर अपनी मांगे रखीं। लेकिन हर बार जिला प्रशासन ने उनके मांगों को स्वीकार करने से इंकार कर दिया।
  • जिला प्रशासन के इस रवैये से गुस्साए किसानों ने शनिवार को एक महापंचायत बुलाई, जिसमें हजारों की संख्या में किसान पहुंचें।
  • इसके बाद भारी संख्या में किसान पानी की टंकी पर चढ़ गए। किसानों ने मांग पूरी न होने पर कूदकर जान देने की धमकी दी है।
  • मामले की जानकरी मिलते ही सभी आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। एतिहात के तौर पर दमकल की गाड़ियां बुलाई गईं हैं।
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