फर्रुखाबाद जिले के कोतवाली क्षेत्र के अढतियान मोहल्ले में एक बेहद चिंताजनक घटना सामने आई है। शिव शक्ति अखाड़ा ( Shiv Shakti Akhada ) के एक कार्यकर्ता पर दबंग युवकों ने बर्बरता से हमला किया। यह घटना एक दिन पूर्व की बताई जा रही है, जहां दबंग युवकों ने लाठी-डंडों से लैस होकर अखाड़ा के कार्यकर्ता को 10-15 मिनट तक जमकर पीटा।
घटना का विवरण :शिव शक्ति अखाड़ा ( Shiv Shakti Akhada ) के कार्यकर्ता पर दबंगों का हमला
घटना के दौरान दबंग युवकों ने कार्यकर्ता पर हमला किया और उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। इस दौरान आसपास के राहगीर सिर्फ तमाशबीन बने रहे और किसी ने हस्तक्षेप करने की कोशिश नहीं की। दबंगों की दहशत इतनी अधिक थी कि लोग उनके आगे नतमस्तक नजर आए।
बताया जा रहा है कि मारपीट की यह घटना किसी पुराने विवाद को लेकर हुई। पीड़ित कार्यकर्ता ने थाने में तहरीर देकर दबंगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है, लेकिन पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
#फर्रुखाबाद:- फर्रुखाबाद के कोतवाली क्षेत्र के अढतियान मोहल्ले में शिव शक्ति अखाड़ा के एक कार्यकर्ता के साथ दबंग युवकों द्वारा मारपीट की घटना सामने आई है। बताया जा रहा है कि दबंगों ने लाठी-डंडों से लैस होकर युवक को करीब 10 से 15 मिनट तक पीटा। घटना के दौरान राहगीर तमाशबीन बने रहे… pic.twitter.com/gtD3lY968c
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) December 5, 2024
राहगीरों की चुप्पी और पुलिस की निष्क्रियता
इस घटना ने समाज में बढ़ती असंवेदनशीलता को उजागर किया है। जब एक व्यक्ति पर हमला हो रहा था, तो वहां मौजूद राहगीरों ने मदद करने के बजाय मूकदर्शक बने रहना उचित समझा। यह सवाल उठाता है कि क्या हम सामाजिक जिम्मेदारियों को भूलते जा रहे हैं?
दूसरी ओर, पुलिस की निष्क्रियता ने भी पीड़ित परिवार को आक्रोशित किया है। शिकायत दर्ज कराने के बावजूद दबंगों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई न होने से न्याय मिलने की उम्मीद कमजोर पड़ती नजर आ रही है।
शिव शक्ति अखाड़ा Shiv Shakti Akhada के समर्थकों में आक्रोश
इस घटना के बाद शिव शक्ति अखाड़ा के अन्य कार्यकर्ताओं और समर्थकों में भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि पुलिस प्रशासन को इस मामले में तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए ताकि दोषियों को सजा मिले और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
पीड़ित की स्थिति और मांग
पीड़ित कार्यकर्ता को गंभीर चोटें आई हैं, और उसका इलाज स्थानीय अस्पताल में चल रहा है। उसने मांग की है कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और उन्हें सख्त सजा दी जाए।
यह घटना समाज में बढ़ती दबंगई और कानून व्यवस्था की ढिलाई को उजागर करती है। यह जरूरी है कि प्रशासन समय रहते दोषियों पर कार्रवाई करे और पीड़ित को न्याय दिलाए। साथ ही, समाज के हर व्यक्ति को यह समझना होगा कि किसी पर अत्याचार होता देखकर चुप रहना भी अपराध के बराबर है। पुलिस और प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वे इस मामले को गंभीरता से लें और फर्रुखाबाद को ऐसी घटनाओं से मुक्त करने के लिए ठोस कदम उठाएं।
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