प्रदेश की योगी सरकार स्वास्थ व्यवस्था सुधारने के लिए कोशिश कर रही है लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी है जो सुधरने का नाम नहीं ले रहे. अब स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी ही नहीं बल्कि जिले के प्रमुख अधिकारी ही सरकार की साख पर बट्टा लगाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे है. जहाँ के सीएमओ ख़ुद नियमों को ताख पर रख प्राइवेट अस्पताल चला रहे है.
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल:
मामला फर्रुखाबाद जनपद का है, जहाँ के सीएमओं अरुण कुमार उपाध्याय का है जो अपने मातहतो को रोकने के बजाय खुद ही अपने विभाग की साख पर बट्टा लगाने जुटे है और जनपद समेत गैर जनपद तक समय मिलते ही प्राइवेट क्लिनिक चलाने में माहिर सीएमओ अरुण कुमार ने सारी हदे पार कर दी. सीएमओ अरुण कुमार का प्राइवेट अस्पताल का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया
रविवार को गायब हो जाते है सीएमओ:
फर्रुखाबाद जनपद में तैनात सीएमओ अरुण कुमार उपाध्याय का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होते ही स्वास्थ्य विभाग मे हडकंप मच गया है. आरोप है की जिले में हर रविवार को सीएमओ परिवार की समस्या बता कर छुट्टी लेकर जिले से गायब हो जाते है.
सीएमओ के इस वीडियो को देख इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिले स्वास्थ विभाग के मुखिया का यह हाल है तो स्वास्थ भिभाग के अन्य कर्मियों का क्या हाल होगा यह तो वीडियो देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है
वीडियो वायरल होने के बाद अधिकारियों को हुई ख़बर:
जिले में तैनात सीएमओ अरुण कुमार की तैनाती के बाद से जिले की जिलाधिकारी से हर रविवार को सीएमओ छुट्टी लेकर पड़ोसी जनपद मैनपुरी चले जाते है. इसकी खबर किसी के पास नहीं थी लेकिन वीडियो वायरल होते ही जिले के अधिकारियो के कान तब खुले जब पांच अगस्त को पोलियो अभियान का उद्घाटन कर सीएमओं अरुण कुमार आधे दिन की छुट्टी लेकर पड़ोसी जनपद मैनपुरी चले गए और अपने प्राइवेट अस्पताल का संचालन खुलेआम शुरू कर कर दिया.
मरीज ने बनाया वीडियो:
जिला चिकित्सा अधिकारी की करतूत उस पीड़ित मरीज ने अपने कैमरे में कैद कर ली जो की फर्रुखाबाद जनपद से सीएमओ अरुण कुमार ने अल्ट्रासाउंड कराने के बाद दिखाने की बात कह कर अगले रविवार को मैनपुरी के जिला अस्पताल के सामने स्थित एक क्लिनिक में आने की बात कही पीड़ित मरीज ने मैनपुरी के जिला अस्पताल सामने स्थित प्राइवेट अस्पताल में दिखाने के दौरान सीएमओ की इस करतूत को अपने कैमरे में कैद कर लिया.
रसूख से दोबारा पाई कुर्सी:
जानकारी के मुताबिक जिले में तैनात सीएमओं जनपद मैनपुरी में प्राइवेट तौर पर अस्पताल संचालन के आरोप के मैनपुरी जनपद के जिला अस्पताल में सी एम एस पद से तबादला कर बिजनौर भेज दिया लेकिन विभाग में बड़े रसूक के चलते चंद महीनो के बाद फर्रुखाबाद जनपद में अरुण कुमार ने जिले के सीएमओ की कुर्सी हासिल कर ली और जनपद समेत अपने चहेते जनपद मैनपुरी तक स्वास्थ विभाग में अपनी मनमानी की सारी हदे पार करने में लग गए.
नियमों के विरूद्ध हुई थी तैनाती:
सीएमओं अरुण कुमार की तैनाती के बाद सरकार उन अधिकारियो पर भी सबाल तब खड़ा हो जाता है जो की बिना किसी जाच के अधिकारियो को जिला सौप देते है जिले में दिनांक 22.05.2018 को डॉ फ़तेह बहादुर की तैनाती के महज 8 दिन बाद जिले में अरुण कुमार की तैनाती दिनाक 31.05.2018 को कर दी जाती है जबकि यूपी हेल्थ सिस्टम स्ट्रेंथिंग परियोजना के परियोजना निदेशक के द्वारा वर्ष 2018 की 17.01.2018 की 10 लाख रूपये के अवैध भुगतान की जांच आज भी लंबित है वहीँ प्रदेश सरकार के शासनादेश संख्या 3453/सक-2-पांच -11-6(68)/2009 के अनुसार किसी भी चिकित्सक के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही के दौरान उसे मुख्य चिकित्साधिकारी /मुख्य चिकित्सा अधिछक /के पद पर तैनात नहीं किया जा सकता है
फ़र्रुखाबाद जनपद की जिलाधिकारी मोनिका रानी ने वीडियो सामने आने के बाद कहा की सीएमओ रविवार को अवकाश पर थे. वीडियो के आधार पर जानकारी लेकर कार्यवाही के लिए प्रेषत किया जायेगा और प्राइवेट तौर प्रक्टिस किसी भी दशा में मान्य नहीं है.