देश की रक्षा करने में पहले जिंदगी गुजार दी और आज लाचारी के दिनों को देख आज हर कोई एक सेना के जवान की लाचारी देख हैरान है। ब्रेन कैंसर से पीड़ित जवान एक तरफ अपनी बेबसी भरी जिंदगी के आखरी सांसे ले रहा है और परिवार के सदस्य उत्तर प्रदेश के पुलिस के चक्कर काट रही है। न्याय की फरियाद करते सैनिक की पत्नी और बेटी एसपी समेत जिले के आलाधिकारियों के चक्कर काट रही हैं। मामला फर्रुखाबाद जनपद के कोतवाली फतेहगढ़ क्षेत्र के मोहल्ला शीसम बाग निवासी सैनिक गोपाल सिंह का है।
6 महीने से ब्रेन कैंसर से हैं पीड़ित
गोपाल सिंह ने अपनी बड़ी बेटी काजल की शादी वर्ष 2013 में थाना कमालगंज के खुदागंज कैता ग्राम में बड़ी धूमधाम से की और बेटी को घर से विदा किया। बेटी अपने घर चली गयी लेकिन सैनिक रहे गोपाल सिंह को पिछले 6 महीने पहले ब्रेन कैंसर होने से गोपाल सिंह की हालत दिन ब दिन बिगड़ती चली गयी। घर में केवल माँ व छोटे भाई होने के चलते काजल की माँ ने अपनी बेटी को अपने पास बुला लिया।
दिल्ली में हो गया दामाद गायब
गोपाल सिंह का दामाद भूपेंद्र सिंह उनकी बेटी को उनके घर छोड़ कर दिल्ली में अपनी नौकरी करने चला गया, लेकिन घर जाने महेज 15 दिनों के बाद युवक का मोबाइल बंद हो गया और परिजनों ने कई दिनों तक इन्तजार किया लेकिन युवक की कोई खोज खबर नहीं मिली। दामाद भूपेंद्र की जब कोई खबर नहीं मिली तो भूपेंद्र के परिजन सैनिक गोपाल सिंह के घर आये और उनके बेटे को गायब करने की बात करने लगे।
घरवालों ने पत्नी पर लगाया गायब करने का आरोप
पति के गायब होने से परेशान काजल ने अपने ससुर और परिजनों को लाख समझाया की हम लोग भी उनकी जानकारी करने में जुटे हैं, लेकिन कुछ पता नहीं चल रहा है। कई दिन बीत जाने के बाद युवक भूपेंद्र के पिता राज पाल ने कोतवाली फतेहगड में भूपेंद्र के गायब कराने की रिपोर्ट दर्ज करा दी। दिनांक 29.03.2018 को धारा 264 में रिपोर्ट दर्ज होते ही पुलिस ने बीमार पड़े सैनिक के घर पर पहुंच मामले की जानकारी जुटाने की काम शुरू किया। लेकिन पुलिस पत्नी काजल से लगातार आये दिन परेशान भी करती है।
पत्नी ने एसपी से मांगी मदद
बेबस पत्नी ने अपने पति को खोजने के सभी प्रयास तो किये लेकिन जब सफलता नहीं मिली तो थक हार कर पुलिस की कार्यवाही से पीड़ित महिला एसपी दफ्तर पहुंची और मामले की जानकारी एसपी को दी। मामले पर एसपी मृगेन्द्र सिंह महिला को न्याय दिलाने की बात तो कही लेकिन कोई ठोस कार्यवाही नहीं की और महिला काजल व उसकी माँ दर दर की ठोकरे खाती घूम रही हैं।
न्याय पाने की आस में भटक रहीं मां-बेटी
पुरे मामले पर जब सैनिक के घर जाकर देखा सब बेहद ही दुखद था एक तरफ सेना का जवान गोपाल अपनी आखरी सांसे भर रहा है और दुसरे तरफ घर में देखभाल करने वाले पुलिस की कार्यवाही में उलझे हुए हैं। पुलिस आये दिन परिजनों कही थाने तो कभी पुलिस चैकी बुलाती रहती है। घर में बेटा छोटा होने के चलते बेटी और माँ न्याय पाने की आस में भटक रही है। वहीं पति की आखरी सांसों को भी दिन रात गिनती है। वहीं कैंसर पीड़ित पूर्व सैनिक गोपाल सिंह को जब से इस बात की खबर लगी है की उनके बेटे और बेटी पर मुकदमा दर्ज हो गया है, तब से हालात और खराब हो गए है।