यूपी के शाहजहांपुर जिले के मीरानपुर कटरा क्षेत्र के एक गांव से करीब एक साल पहले एक युवती गांव के ही एक लड़के के साथ फरार हो गई थी। इसके बाद उसका कोई पता नहीं चला। उसके परिवार वाले तो युवक को ही गिरफ्तार करने के लिए दबाव बना रहे थे। पर जब पुलिस ने इस मामले में गहराई तक छानबीन की तो शक की सुई परिवार वालों की ओर घूम गई। इसके बाद पुलिस ने सुनीता के पिता और भाई से कड़ी पूछताछ की तो सारा भेद खुल गया। दरअसल सुनीता को उसके पिता और भाइयों ने ही मौत के घाट उतार दिया था। पिता और भाई को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि दूसरा भाई अभी फरार है।
पिछले साल घर से गायब हुई थी युवती
- गौरतलब है कि गांव लिधौआ निवासी सिकंदर पाल की 22 वर्षीय बेटी सुनीता पाल 31 जनवरी 2016 की रात गायब हो गई थी।
- इस मामले में सिकंदर पाल ने गांव निवासी लालकरन के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
- तब से सुनीता का पिता लगातार पुलिस पर लालकरन को पकड़ने का दबाव बना रहा था।
- पर पुलिस को उसके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिल रहे थे।
- पुलिस को इस मामले में गांव वालों से कुछ सुराग मिले।
- इसके आधार पर पुलिस ने सुनीता पिता सिकंदर और भाई रमेश को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की।
- एसओ धनंजय सिंह ने बताया कि सुनीता के पिता सिकंदर और भाई रमेश ने कबूल किया कि एक जनवरी की रात सुनीता घर वापस आ गई थी।
- सुनीता ने अपने परिजनों को बताया कि उसने लालकरन से कोर्ट मैरिज कर ली है।
- इसके बाद सिकंदर, रमेश और छोटे भाई गोपी ने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी थी।
- इसके बाद उसका शव बहगुल नदी किनारे जला दिया था।
- उसका अध जला शव एक बोरे में बांधकर नदी में फेंक दिया था।
- पुलिस ने मामले तीनों आरोपियों के हत्या का मुकदमा दर्ज करके सिकंदर और रमेश को गिरफ्तार कर लिया है।
- जबकि फरार गोपी की तलाश में दबिश दी जा रही है।
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