उत्तर प्रदेश में बहराइच जिले के मोतीपुर थाना क्षेत्र के परवानी गौढ़ी गांव में कोटेदार के यहां से लाए गए गेहूं की रोटी खाने से सोमवार को पिता-पुत्री की मौत हो गई, जबकि बेहोशी की हालत में महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस अधीक्षक ने यह जानकारी मंगलवार को दी।
यह है पूरा मामला
- पुलिस अधीक्षक बहराइच सालिकराम वर्मा ने बताया कि परवानी गौढ़ी गांव का बदलूराम गांव के कोटेदार फूलचंद्र की सरकारी दुकान से राशन कार्ड पर गेहूं और चावल खरीद कर लाया था, उसी गेहूं की रोटी बनाकर उसकी पत्नी रामदुलारी जंगल ले गए।
- वहां लकड़ी चुनने के बाद उन रोटियों के खाने से रामदुलारी, उसके पति बदलूराम (55), बेटी ननकई (15) को उल्टियां शुरू हो गई।
- उसकी एक बेटी ने रोटी नहीं खाई थी और उसी ने यह हालत देख गांव में सूचना दी।
- उन्होंने बताया कि जब तक गांव वाले वहां पहुंचे, बदलूराम और उसकी बेटी ननकई की मौत हो चुकी थी और रामदुलारी बेसुध जंगल में पड़ी थी।
- पुलिस के अनुसार, कोटे से दिया गया अनाज जहरीला था।
- एसपी ने बताया कि रामदुलारी को अस्पताल में होश आ गया है, उसके बयानों के आधार पर कोटेदार फूलचंद्र के खिलाफ गैर इरादतन हत्या और अनाज में अपमिश्रण अधिनियम का अभियोग दर्ज कर हिरासत में ले लिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है।