बाबा रामदेव के पतंजलि प्रोडक्ट्स पर विवाद बढ़ते ही जा रहे हैं। अभी हाल ही में उनके आटे में कीड़े निकले थे जिसकी जांच जारी है और इस बार गौमूत्र से बने पतंजलि प्रोडक्ट्स के खिलाफ फ़तवा जारी हुआ है।
दरगाह आला हजरत से जारी हुआ फ़तवा:
- बाब रामदेव के प्रोडक्ट्स की लोकप्रियता के बाद से पतंजलि आयुर्वेदिक को काफी विवादों का भी सामना करना पड़ रहा है।
- इस बार गौमूत्र से बने पदार्थो पर एक बार फिर से फ़तवा जारी हुआ है।
- यह फ़तवा सुन्नी मरकज बरेली की आला हजरत दरगाह से फ़तवा जारी किया गया है।
- दरगाह के मुफ़्ती-ए-इकराम ने बाबा रामदेव के प्रोडक्ट्स के खिलाफ ये फ़तवा जारी कर मुस्लिमों को आगाह किया है।
- उन्होंने कहा कि, “इस्लाम में पेशाब हराम है, इससे बनी चीजें नापाक और नाजायज हैं, चाहे इसका इस्तेमाल दवा में ही क्यों न हुआ हो, गौमूत्र से जुडी हर चीज नाजायज है”।
- बरेली की आला हजरत दरगाह पर यह सवाल पूछा गया था कि, पतंजलि के कई प्रोडक्ट्स में गौमूत्र होता है तो उसका सेवन जायज है?
- जिसके जवाब में यह कहा गया कि, गाय के पेशाब से बनी हर चीज इस्लाम में हराम है फिर वो चाहे पतंजलि के प्रोडक्ट्स हों या किसी और कंपनी के।
पतंजलि ने दी सफाई:
- पतंजलि आयर्वेद ने बरेली में फ़तवा जारी होने के बाद पतंजलि के हवाले से यह जानकारी दी गयी कि, पतंजलि आयर्वेद में करीब 700 प्रोडक्ट्स बनते हैं, जिनमें से सिर्फ 5 प्रोडक्ट्स में गौमूत्र का इस्तेमाल होता है।
- यह भी जानकारी दी की गयी की पैकेट पर गौमूत्र के बारे में सही जानकारी भी छपी रहती है।
- पिछले साल दिसम्बर में भी पतंजलि के खिलाफ फ़तवा जारी किया गया था।