राजधानी के हुसैनगंज थाना में तैनात एक महिला कांस्टेबल द्वारा आत्महत्या का प्रयास करने का मामला प्रकाश में आया है। बताया जा रहा है कि इस महिला सिपाही को ‘कांस्टेबल ऑफ द मंथ’ के तहत अभी हाल ही में सम्मानित किया जा चुका है। कांस्टेबल ने थाना परिसर में स्थित अपने कमरे में नींद की गोलियां खा ली थीं। सूचना मिलते ही आनन-फानन में उसे सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। यहां डॉक्टरों ने उसे खतरे से बाहर बताया है। डॉक्टरों के मुताबिक, महिला सिपाही ने नींद की दवा की अतिरिक्त खुराक ली थी।
जानकारी के मुताबिक, मूलरूप से अलीगढ़ की रहने वाली मोनिका शर्मा हुसैनगंज थाने में कांस्टेबल के पद पर तैनात है। वह सीसीटीएनएस में कम्प्यूटर का कार्य देखती है। मोनिका की शादी अलीगढ़ के ही अजय कुमार से हुई थी। उनका छह साल का एक बेटा है। वह चार साल से पति से अलग हैं, दोनों के बीच तलाक का केस चल रहा है। परिवारीजनों के मुताबिक पति से काफी दिनों से विवाद चल रहा है।
शुक्रवार दोपहर 2:30 बजे तक अपनी ड्यूटी करने के बाद वह कमरे में चली गई। देर शाम करीब 8:30 बजे कमरे के अंदर से चार साल के बेटे के रोने की आवाज सुनकर पड़ोसियों ने दरवाजा धक्का देकर खोला तो मोनिका अंदर बेहोश थी। इसकी सूचना इंस्पेक्टर को दी गई। इंस्पेक्टर ने बताया कि मोनिका सीसीटीएनएस में अपना काम बेहतर तरीके से करती थी। इसकी वजह से उसे कांस्टेबल ऑफ द मंथ का पुरस्कार दो दिन पहले दिया गया था। इंस्पेक्टर आनंद प्रकाश शुक्ला ने बताया कि मोनिका को फौरन सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया यहां डॉक्टरों ने इलाज के बाद उसकी हालत खतरे से बाहर बताई। हालांकि अब उनके परिवार वाले साथ में हैं, पुलिस भी पीड़ित सिपाही की मदद में जुटी है।