यूपी के अंबेडकरनगर जिले में तस्करी के लिए ले जाये जा रहे 3 कुंतल कछुओं के साथ दो महिला तस्कर राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के हत्थे चढ़ गईं। जीआरपी ने अंतर प्रांतीय कछुआ तस्करों के गिरोह का पर्दाफाश करते हुए उनके कब्जे से 9 बोरे में भरे 328 जीवित कछुओं को बरामद कर लिया। जीआरपी के मुताबिक, महिला तस्कर कछुओं को पश्चिम बंगाल ले जा रही थीं जिन्हे अकबरपुर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया है। जीआरपी अब इनके गैंग के बारे में पता लगाने में जुट गई है।
ख़ुफ़िया सूचना के आधार पर जीआरपी ने की छापेमारी
- अकबरपुर जीआरपी के अनुसार, ख़ुफ़िया सूत्रों के हवाले से पिछले दिनों सूचना मिली थी कि ट्रेन से कुछ महिलायें कछुओं की तस्करी करके उन्हें बाहर ले जाती हैं।
- इस सूचना पर जीआरपी ने अपने सूचना तंत्र सक्रिय कर दिए थे।
- शनिवार दोपहर रेलवे पुलिस को सूचना मिली कि दून एक्सप्रेस (डाउन) से कछुओं को पश्चिम बंगाल ले जाने की तैयारी की जा रही है।
- इस सूचना पर जीआरपी ने जाल बिछाया और दोपहर करीब 1:13 बजे दून एक्सप्रेस के प्लेटफॉर्म नंबर दो पर पहुंचने से पहले छापेमारी कर दो महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया।
- छापेमारी से प्लेटफार्म पर भगदड़ मच गई।
- पुलिस ने महिलाओं के पास से नौ बोरे कछुए बरामद किये।
- इन बोरों में 3 कुंतल कछुए (328 जिंदा) बरामद हुए।
बाराबंकी से हो रही कछुओं की तस्करी
- जीआरपी की पूछताछ में पता चला है कि महिलाएं कछुओं की तस्करी बाराबंकी जिले के सफदरगंज से करती हैं।
- सफदरगंज से तुतिया नामक व्यक्ति उन्हें यह कछुआ मुहैया कराता था।
- वे सब कछुआ लेकर हावड़ा पहुंचती थीं।
- वहां पहले से ही कोई न कोई व्यक्ति मौजूद रहता था।
- जीआरपी के मुताबिक, दो महिलायें भागने में सफल रहीं जिनकी तलाश की जा रही है।
- पूछताछ में गिरफ्तार महिलाओं ने अपना नाम रेहाना व अर्पिता निवासिनी जगदीशपुर गांधीनगर जनपद अमेठी के रूप में बताया है।
- जीआरपी प्रभारी नसीफ अहमद ने बताया कि इस मामले में मुकदमा पंजीकृत कर दोनों महिलाओं को जेल भेज दिया गया है।
- जीआरपी ने जीवित कछुओं को वन विभाग को सूचना देकर नदी में प्रवाहित कर दिया।