राजधानी के चारबाग रेलवे स्टेशन से सेना का फर्जी अधिकारी (sarvesh kumar tripathi) गिरफ्तार किया गया है। पकड़ा गया फर्जी अधिकारी मेजर की वर्दी पहन कर रेलवे स्टेशन पर घूम रहा था। वहां मौजूद सैन्य अधिकारियों ने शक होने पर उसे हिरासत में लिया और जीआरपी को सौंप दिया।

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  • जीआरपी ने जब उससे पूछताछ की तो पता चला वह फर्जी है।
  • पूछताछ के दौरान फर्जी अधिकारी की पहचान सुल्तानपुर जिले के रहने वाले सर्वेश कुमार त्रिपाठी के रूप में हुई है।
  • राजकीय रेलवे पुलिस आरोपी से पूछताछ करने में जुटी है।

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कैंट से खरीदी वर्दी

  • जीआरपी चारबाग प्रभारी सुशील कुमार सिंह ने बताया कि रविवार को सेना के मेजर की वर्दी पहन कर एक युवक प्लेटफॉर्म पर टहल रहा था।
  • तभी वहां मौजूद सैन्यकर्मियों की नजर उस पर पड़ी।
  • चूंकि युवक कर्नल की जो वर्दी पहने था उसपर स्टिकर सही से नहीं लगा था।
  • इस पर सैन्यकर्मियों को शक हुआ और उन्होंने उससे तैनाती और रेजिमेंट के बारे में पूछा।
  • क्योंकि युवक फर्जी था इसलिए वह जबाव नहीं दे पाया।
  • इसके बाद सैन्यकर्मियों ने उसे पकड़कर हिरासत में लिया और जीआरपी को सौंप दिया।
  • पूछताछ में पकड़े गए युवक की पहचान मूलरूप से सुल्तानपुर जिले के रमनपुर गांव हालपता किराये का माकन 2041 सेक्टर-14 इंदिरानगर गाजीपुर में रहने वाले सर्वेश कुमार त्रिपाठी के रूप में हुई है।
  • उसने वर्दी कैंट इलाके से खरीदी थी।

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पिता को बताया मीटिंग पर जा रहा हूं

  • जीआरपी के अनुसार, इंटर पास हुए सर्वेश ने अपने पिता को संदेश भेजकर जानकारी दी थी कि वह आज सेना की मीटिंग में जा रहा है।
  • इसलिए वह चारबाग रेलवे स्टेशन पर है।
  • लेकिन पिता को गुमराह करने वाले युवक का भांडाफोड़ हो गया।
  • बताया जा रहा है कि पहले तो फर्जी अधिकारी ने जीआरपी की टीम को अर्दब में लेने की कोशिश की लेकिन पोल खुलने पर वह माफी मांगने लगा।

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कहीं फर्जीवाड़े का रैकेट तो नहीं?

  • जिस तरह से सर्वेश ने अपने घर में बताया कि वह सेना में है, ट्रेनिंग भी कर चुका है और मीटिंग में है।
  • वह सेना की वर्दी भी पहने और बाल भी सैनिकों वाले कटवाए है।
  • कहीं ऐसा तो नहीं कि कोई यह फर्जीवाड़े का गैंग चला रहा हो।
  • या यह भी हो सकता है कि वह घरवालों पर प्रभाव जमाने के लिए यह सब कर रहा हो।
  • फिलहाल जीआरपी पूरे मामले कीपड़ताल कर रही है।
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