उत्तर प्रदेश में योगी सरकार भले ही कितनी सख्ती दिखाए लेकिन अधिकारी रिश्वत मांगने से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे ही एक रिश्वतखोरी के मामले में अर्थशास्त्र और सांख्यिकी विभाग के दो अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। बताया जा रहा है कि शिकायतकर्ता ने मुख्यमंत्री को अपनी कॉल रिकॉर्डिग भेजी थी। इसके बाद सीएम ने कार्रवाई के निर्देश दिए थे। कथित रूप से रिश्वत मांगने का आरोप एके पवार और शक्ति पाल सिंह पर लगा है। इन अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।
जानकारी के मुताबिक, मामला अर्थशास्त्र और सांख्यिकी विभाग से जुड़ा हुआ है। आरोप है कि इन विभाग में तैनात अधिकारी एके पवार और शक्ति पाल सिंह ने ट्रांसफर के एवज में एक महिला कर्मचारी से दो लाख की घूस मांग मांगी थी। घूसखोरी की ये बात महिला ने अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड कर ली थी। महिला ने ये रिकॉर्डिंग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय भेजकर आरोपी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए सीएम ने कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसके बाद इन दोनों घूसखोर अधिकारियों के विरुद्ध हुसैनगंज कोतवाली में भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी गई है।