राजधानी लखनऊ का गाजीपुर क्षेत्राधिकारी कार्यालय उत्तर प्रदेश का पहला क्राईम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम (सीसीटीएनएस) आधारित दफ्तर बन गया है। इस कार्यालय से तीन थाना क्षेत्रों की समस्याओं का निस्तारण ऑनलाइन किया जा सकेगा। इस सिस्टम के लागू हो जाने से पेपर वर्क का काम भी कम हो गया। साथ ही मुकदमा पंजीकृत करने के बाद हो रही कार्रवाई के दस्तावेजों का बोझ भी नहीं रहा। अब इस नए कदम से पुलिसिंग को बेहतर व अधिक जवाबदेह बनाया जा सकेगा।
ऑनलाइन एफआईआर व जीडी की होगी विवेचना
क्षेत्राधिकारी गाजीपुर अवनीश्वर श्रीवास्तव ने बताया कि उनके कार्यालय में क्राईम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम (सीसीटीएनएस) इंस्टाल कर दिया गया है। इस सिस्टम के लागु हो जाने से क्षेत्र के गुडंबा थाना, इंदिरानगर थाना और गाजीपुर थाना में दर्ज होने वाली शिकायतों का ऑनलाइन ब्यौरा उपलब्ध रहेगा। उन्होंने बताया कि इस सिस्टम के लागू हो जाने से सीओ गाजीपुर कार्यालय प्रदेश का पहला दफ्तर बन गया है, जहां संबंधित थानो का ऑनलाइन पर्यवेक्षण किया जा सकेगा। सीसीटीएनएस लागु होने के बाद अब तीनों थानों में दर्ज एफआईआर व जीडी के तहत दर्ज मुकदमों की ऑनलाईन विवेचना होगी साथ ही प्रगति रिपोर्ट की जानकारी भी ऑनलाइन ली जा सकेगी।
गुडंबा थाना देश मे टॉप थ्री में शामिल
गौरतलब है कि पूरे भारतवर्ष के थानों में टॉप थ्री रैंक हासिल करने वाला गुडंबा थाना इसी सर्किल का है। पिछली 6 जनवरी 2018 को गुडंबा थाना प्रभारी राम सूरत सोनकर को गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सम्मानित किया। गृहमंत्री ने उन्हें अखिल भारतीय पुलिस महानिदेशक/महानिरीक्षक सम्मलेन में सीमा सुरक्षा बल अकादमी टेकनपुर में सम्मानित किया। उत्तर प्रदेश के इस इकलौते थाने को सम्मान मिलने के बाद यूपी पुलिस गदगद है।
गुडंबा थाने को बेहतर कामकाज-रखरखाव व जांच निस्तारण में अव्वल पाए जाने के बाद ये सम्मान दिया गया। इस सर्किल में सीओ की तत्परता के चलते अपराध व अपराधियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस सदैव प्रयासरत रहती है। समय-समय पर पुलिस कई तरह के अभियान भी चलाती रहती है जैसे अपराधियों की गिरफ्तारी, लोगों को साइबर अपराध से बचने के लिए जागरूकता अभियान आदि। इस तरह के अभियान से जनता की मदद में सदैव तत्पर रही है।