राजधानी लखनऊ से सटे बाराबंकी जिला में शुक्रवार सुबह तड़के सफेदाबाद के निकट एक तेजरफ्तार निजी बस सड़क किनारे खड़े डंपर से जा भिड़ी। टक्कर इतनी भीषण थी की देखने वाले राहगीरों की रूह कांप गई। घटना से चीखपुकार मच गई। इस भयंकर हादसे में दो मासूम भाई-बहन समेत 5 लोगों की मौत हो गई, जबकि 7 लोग घायल हुए हैं।
राहगीरों की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों की मदद से बस में फंसे लोगों को कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकलवाया। पुलिस ने सभी को जिला अस्पताल बाराबंकी भर्ती कराया। यहां से मृत बच्चों की मां को गंभीर हालत में ट्रॉमा सेंटर लखनऊ रेफर किया गया है। पुलिस ने मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने दोनों वाहनों को कब्जे में लेकर पड़ताल शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली से सवारी लेकर एक निजी बस (UP 83 BT 4401) बिहार जा रही थी। शुक्रवार तड़के करीब 4:30 बजे बस जब बाराबंकी शहर में सफेदाबाद के पास पहुंची तभी सड़क किनारे खड़े डंपर में जा घुसी। इस भयंकर हादसे में बस के परखच्चे उड़ गए। वहीं, उसमें सवार लोग नींद में थे और समझ ही नहीं पाए कि हुआ क्या। आंख खुली तो मंजर देख चीख-पुकार मच गई। आसपास के लोग तेज आवाज सुनकर दौड़े।
घटना की सूचना मिलते ही एसडीएम, सीओ सिटी, कोतवाल भी पुलिस टीम के साथ पहुंचे। तत्काल लोगों को बस से बाहर निकाला गया लेकिन तब तक चार लोगों की जान जा चुकी थी। इनमें बिहार निवासी बस मालिक मुकेश, अंकित यादव पुत्री सुदामा यादव निवासी गोपालगंज बिहार, मोतिहारी निवासी बसरुदीन का एक साल की बेटा और तीन वर्षीय बेटी शामिल हैं।
बसरुदीन और उनकी पत्नी नजरा खातून व उनके दो बच्चों समेत सात लोग घायल हुए थे। पुलिस ने घायलों को जिला अस्पताल बारांबकी में भर्ती कराया, जहां से नजरा को ट्रॉमा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया गया। वहीं, इलाज के दौरान सूरज (20) निवासी मुजफ्फरपुर बिहार ने भी दम तोड़ दिया। बस में करीब 35 यात्री सवार बताए जा रहे हैं। अन्य लोगों को मामूली चोट आई है। वह सभी दूसरे साधन से अपने घर रवाना हो गए।