उत्तर प्रदेश में बाढ़ ने अपना विकराल रूप दिखाना शुरू कर दिया है. कई लोग इस बाढ़ की चपेट में आकर अपनी जान गँवा चुके हैं. पूर्वाचल के कई इलाके बाढ़ की चपेट में हैं. इस कारण भारी जान-माल का नुकसान हो रहा है.
43 लोगों की गई जान:
- प्रदेश में बाढ़ को लेकर आंकड़े जारी किये गए हैं.
- उत्तर प्रदेश के 22 जिलों में बाढ़ का कहर बदस्तूर जारी है.
- साढे 14 लाख लोग बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं.
- जबकि 43 लोगों की जान भी इस बाढ़ के कारण जा चुकी है.
- 63 मवेशी बाढ़ के प्रकोप के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं.
- प्रदेश में बाढ़ प्रभावित गांवों की संख्या 2013 हो चुकी है.
- 17 अगस्त तक 11 कंपनी एनडीआरएफ राहत और बचाव कार्य में लगी हुई थीं.
- जबकि चार कंपनी एनडीआरएफ की और जरूरत बताई गई है.
14 जिले प्रभावित:
- इसके अतिरिक्त वायुसेना के 2 हेलीकॉप्टर भी लगाए गए हैं.
- पुणे से एयरलिफ्ट कर एनडीआरएफ को प्रभावित जिलों में भेजा जा रहा है.
- पूर्वांचल के कई जिलों में बाढ़ का कहर जारी है.
- वहीं कुशीनगर, सिद्धार्थ नगर , महाराजगंज बलरामपुर, गोंडा, बहराइच आदि जिले बुरी तरह प्रभावित हैं.
- बाढ़ राहत के लिए 17 कंपनी फ्लैट पीएसी लगाई गई है.
- 57 मोटर बोट लगाई गई है 2192 नावों को राहत के लिए लगाया गया है.
- इस दौरान करीब 50 हजार लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है.
- वहीँ 20 हजार से अधिक लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है.