उत्तर प्रदेश में बाढ़ की त्रासदी भयावह स्थिति में पहुंच चुकी है. अब तक करीब 22 जनपदों में बाढ़ ने विकराल रूप धारण कर लिया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी जनपद-जनपद दौरा कर बाढ़ पीड़ितों की मदद कर रहे हैं मगर अफसरों की लचर कार्यप्रणाली के चलते बाढ़ प्रभावितों को हरसंभव मदद मिलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. आइए जानें बाढ़ से आई त्रासदी के बारे में कई जरूरी तथ्य.
यूपी के इन जनपदों में बाढ़ बनी त्रासदी-
- तेज बारिश के चलते बाढ़ ने गोरखपुर, सिद्धार्थनगर, बाराबंकी, बहराइच आदि जनपदों में पांव पसार लिए हैं.
- हालांकि, ज्यादातर जगहों पर जिला प्रशासन की लापरवाही के चलते बाढ़ को एक त्रासदी बनने का अवसर मिला है.
- दरअसल, कई जगहों पर पाया गया है कि ग्रामीणों की बांध रिसाव आदि की सूचनाओं पर त्वरित कदम नहीं उठाया जा रहा है.
- वहीं, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भी जिला प्रशासन अपनी ओर मदद की कार्रवाई करने में पूर्णतया सफल नहीं हो पा रहा है.
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- इस बीच बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए जुटी एनडीआरएफ की मदद से ग्रामीणों को काफी लाभ पहुंच रहा है.
- ऐसा नहीं है कि हर जनपद में प्रशासन का लचर रवैया देखने को मिल रहा है. मगर ज्यादातर में यही हाल देखने को मिल रहा है.
- प्रदेश में नदियों के किनारे बसे ग्रामीण क्षेत्रों में हर वर्ष बाढ़ एक विकराल समस्या बनकर सामने आ जाती है.
- इस संदर्भ में सबसे बड़ी दिक्कत होती है पीड़ितों के आशियानों की. हर साल पीड़ितों को अपना सबकुछ गंवाने का दर्द झेलना होता है.
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