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समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव हैं। यह तो देश ही नहीं दुनिया को पता चल चुका है। सभी यह भी जानते हैं कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव हैं। लेकिन क्या आप को पता है कि अखिलेश यादव ने सपा का राष्ट्रीय पद छोड़ दिया है।
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ट्विटर की प्रोफाईल पर सीएम ने की पुष्टि
- बता दें कि जो युवा अखिलेश यूपी के युवाओं की धड़कन कहे जाते हैं।
- वह अब सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बल्कि Socialist Leader of India (भारत के समाजवादी नेता) हैं, इसकी उन्होंने खुद पुष्टि की है।
- उनके ट्विटर प्रोफाइल @yadavakhilesh पर उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री लिखा रहता था।
- लेकिन योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह से पहले पूर्व मुख्यमंत्री ने अपनी ट्विटर प्रोफाईल पर समाजवादी ‘Socialist Leader of India. Chief Minister of UP (2012 – 2017)’ लिख दिया है।
- उन्होंने सपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बल्कि खुद को एक ‘भारत के समाजवादी नेता’ का नाम दिया है।
- सीएम के इस बदलाव के बाद राजनीति ही नहीं बल्कि मीडिया में भी आगामी लोक सभा चुनाव 2019 को लेकर बदलाव की नजर से देखा जा रहा है।
- उल्लेखनीय है कि बीते विधान सभा चुनाव में पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने सबसे ज्यादा 221 चुनावी रैलियां की लेकिन उनकी पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा।
- यूपी में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी और योगी आदित्यनाथ जी नया मुख्यमंत्री बनाया गया।
- जबकि यूपी के इतिहास में पहली बार यूपी में दो डिप्टी सीएम केशव और दिनेश शर्मा को तैनात किया गया है।
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ट्विटर की प्रोफाईल पर सीएम ने की पुष्टि
akhilesh yadav twitter profile
- बता दें कि जो युवा अखिलेश यूपी के युवाओं की धड़कन कहे जाते हैं।
- वह अब सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बल्कि Socialist Leader of India (भारत के समाजवादी नेता) हैं, इसकी उन्होंने खुद पुष्टि की है।
- उनके ट्विटर प्रोफाइल @yadavakhilesh पर उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री लिखा रहता था।
- लेकिन योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह से पहले पूर्व मुख्यमंत्री ने अपनी ट्विटर प्रोफाईल पर समाजवादी ‘Socialist Leader of India. Chief Minister of UP (2012 – 2017)’ लिख दिया है।
- उन्होंने सपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बल्कि खुद को एक ‘भारत के समाजवादी नेता’ का नाम दिया है।
- सीएम के इस बदलाव के बाद राजनीति ही नहीं बल्कि मीडिया में भी आगामी लोक सभा चुनाव 2019 को लेकर बदलाव की नजर से देखा जा रहा है।
- उल्लेखनीय है कि बीते विधान सभा चुनाव में पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने सबसे ज्यादा 221 चुनावी रैलियां की लेकिन उनकी पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा।
- यूपी में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी और योगी आदित्यनाथ जी नया मुख्यमंत्री बनाया गया।
- जबकि यूपी के इतिहास में पहली बार यूपी में दो डिप्टी सीएम केशव और दिनेश शर्मा को तैनात किया गया है।
ट्विटर की प्रोफाईल पर सीएम ने की पुष्टि
akhilesh yadav twitter profile
- बता दें कि जो युवा अखिलेश यूपी के युवाओं की धड़कन कहे जाते हैं।
- वह अब सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बल्कि Socialist Leader of India (भारत के समाजवादी नेता) हैं, इसकी उन्होंने खुद पुष्टि की है।
- उनके ट्विटर प्रोफाइल @yadavakhilesh पर उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री लिखा रहता था।
- लेकिन योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह से पहले पूर्व मुख्यमंत्री ने अपनी ट्विटर प्रोफाईल पर समाजवादी ‘Socialist Leader of India. Chief Minister of UP (2012 – 2017)’ लिख दिया है।
- उन्होंने सपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बल्कि खुद को एक ‘भारत के समाजवादी नेता’ का नाम दिया है।
- सीएम के इस बदलाव के बाद राजनीति ही नहीं बल्कि मीडिया में भी आगामी लोक सभा चुनाव 2019 को लेकर बदलाव की नजर से देखा जा रहा है।
- उल्लेखनीय है कि बीते विधान सभा चुनाव में पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने सबसे ज्यादा 221 चुनावी रैलियां की लेकिन उनकी पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा।
- यूपी में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी और योगी आदित्यनाथ जी नया मुख्यमंत्री बनाया गया।
- जबकि यूपी के इतिहास में पहली बार यूपी में दो डिप्टी सीएम केशव और दिनेश शर्मा को तैनात किया गया है।
ट्विटर की प्रोफाईल पर सीएम ने की पुष्टि
akhilesh yadav twitter profile
- बता दें कि जो युवा अखिलेश यूपी के युवाओं की धड़कन कहे जाते हैं।
- वह अब सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बल्कि Socialist Leader of India (भारत के समाजवादी नेता) हैं, इसकी उन्होंने खुद पुष्टि की है।
- उनके ट्विटर प्रोफाइल @yadavakhilesh पर उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री लिखा रहता था।
- लेकिन योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह से पहले पूर्व मुख्यमंत्री ने अपनी ट्विटर प्रोफाईल पर समाजवादी ‘Socialist Leader of India. Chief Minister of UP (2012 – 2017)’ लिख दिया है।
- उन्होंने सपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बल्कि खुद को एक ‘भारत के समाजवादी नेता’ का नाम दिया है।
- सीएम के इस बदलाव के बाद राजनीति ही नहीं बल्कि मीडिया में भी आगामी लोक सभा चुनाव 2019 को लेकर बदलाव की नजर से देखा जा रहा है।
- उल्लेखनीय है कि बीते विधान सभा चुनाव में पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने सबसे ज्यादा 221 चुनावी रैलियां की लेकिन उनकी पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा।
- यूपी में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी और योगी आदित्यनाथ जी नया मुख्यमंत्री बनाया गया।
- जबकि यूपी के इतिहास में पहली बार यूपी में दो डिप्टी सीएम केशव और दिनेश शर्मा को तैनात किया गया है।