उत्तर प्रदेश के रुहेलखंड मंडल में समाजवादी पार्टी के भीष्म पितामह कहे जाने वाले मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी और पूर्व राज्यसभा सदस्य वीरपाल सिंह यादव ने सपा की प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से अपना इस्तीफा दे दिया था। इसके अलावा उनके करीब 50 समर्थकों ने भी इस्तीफा दिया था। पिछले दिनों अपने खिलाफ रिपोर्ट दर्ज होने पर पार्टी से सहयोग न मिलने और पार्टी नेताओं द्वारा सम्मान न दिए जाने पर उन्होंने इस्तीफा दिया। इसके बाद से उनके शिवपाल के सेक्युलर मोर्चे में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थी जिस पर अब आधिकारिक मुहर लग गयी है।
सपा संगठन पर है अच्छी पकड़ :
बरेली में सपा नेता वीरपाल यादव 21 साल जिलाध्यक्ष के पद पर रहे चुके हैं। रुहेलखंड मंडल समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पार्टी के बीच उनकी अच्छी पकड़ थी। मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी होने के कारण एक समय पार्टी में उनकी तूती बोलती थी मगर 2017 विधानसभा चुनाव से पहले सपा में हुई घरेलू कलह का खमियाजा उन्हें भी भुगतना पड़ा। इसके बाद उन्हें जिलाध्यक्ष पद से हटाते हुए शुभलेश यादव को कमान सौंप दी गई। सपा में हुई कलह के समय वे खुलकर शिवपाल यादव के समर्थन में दिखाई दिए थे जिसके कारण उन्हें पार्टी में नजरअंदाज किया जाने लगा था।
आज वरिष्ठ समाजवादी नेता और पूर्व सांसद श्री वीरपाल सिंह यादव अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ समाजवादी सेक्युलर मोर्चा में शामिल हुए। pic.twitter.com/gWyJWaMkag
— Shivpal Singh Yadav (@shivpalsinghyad) October 12, 2018
लखनऊ में ज्वाइन किया सेक्युलर मोर्चा :
सपा के पूर्व राज्यसभा सदस्य वीरपाल सिंह यादव ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने अपना इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को भिजवा दिया था। इसके बाद से उनके समाजवादी सेक्युलर मोर्चे में शामिल होने की चर्चाएँ होने लगी थी जिस पर आज आधिकारिक मुहर लग गयी। शुक्रवार को वे अपने समर्थकों के साथ लखनऊ में शिवपाल यादव के आवास पर पहुंचे और समाजवादी सेक्युलर मोर्चा की सदस्यता ग्रहण की। उन्होंने कहा कि अब से हमारा पूरा ध्यान सेक्युलर मोर्चे को जनता के बीच मजबूत करने पर होगा।
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