समाजवादी पार्टी के बागी नेता शिवपाल सिंह यादव ने सेक्युलर मोर्चे का गठन कर यूपी की सभी लोक सभा सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। शिवपाल के इस ऐलान के बाद से सपा नेताओं ने भी पार्टी से इस्तीफ़ा देकर उनके मोर्चे को ज्वाइन करना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में बीते दिनों बरेली में पूर्व राज्य सभा सांसद वीर पाल सिंह यादव ने सपा छोड़ कर सेक्युलर मोर्चा ज्वाइन किया था। इसके बाद जिले में सपा के एक और कद्दावर नेता ने मोर्चा ज्वाइन कर अखिलेश यादव की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
पूर्व विधायक ने छोड़ा सपा का साथ :
समाजवादी पार्टी में उपेक्षा से नाराज होकर पूर्व विधायक शराफतयार खान ने सपा छोड़ कर समाजवादी सेक्युलर मोर्चा ज्वाइन कर लिया है। उनके पहले 40 साल तक मुलायम सिंह यादव के साथी रहे पूर्व सांसद वीरपाल सिंह यादव ने लखनऊ में समर्थकों के साथ सेक्युलर मोर्चा ज्वाइन किया था। इसके बाद से ही जिले में सपा संगठन में टूट की आशंका जताई जा रही थी। पूर्व सांसद ने कहा था कि 15 दिन में सेक्युलर मोर्चा को सपा के बराबर लाकर खड़ा कर देंगे। इसे पूरा करते हुए उन्होंने पूर्व विधायक शराफत यार खान को मोर्चा में शामिल कर सपा को बड़ा झटका दिया है।
अपमान के कारण दिया सपा से इस्तीफा :
पूर्व विधायक शराफतयार खान ने कहा कि जहां सम्मान न मिले, वहां नहीं रहना चाहिए। अब अन्याय के खिलाफ खड़े हो जाओ और डटकर लड़ो। शराफतयार खान ने कहा कि सपा छोड़ने से पहले हमने देखा की डेढ़ साल से मेरा और समर्थकों का बहुत अपमान हो रहा है। तब आज हमने सपा छोड़ने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी अब सेक्युलर नहीं रह गई है। उसमें सांप्रदायिक और बिगड़ैल लोग आ गए हैं। लिहाजा समाजवादी के साथ सेक्युलर शब्द जोड़ना जरूरी हो गया था।
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