जिला जेल में बुनियादी तालीम की नींव – उमेश सिंह
शासन द्वारा निर्धारित क्षमता से तीन गुना अधिक चल रही जिला जेल
सुलतानपुर ।
बीते दशक की बात करें तो सुलतानपुर जेल अपराधियों की ऐशगाह माना जाता था , जहां जरायम की दुनिया के बादशाहों की बैठकी का दौर भी चलता था । जेल की चहरदीवारी के पीछे कहने को कैद तमाम बड़े अपराधियों का एक बड़ा नेटवर्क जेल में रहते हुए जरायम की दुनिया को गुलजार कर रहा था जेल से आकाओं के इनपुट मिलते ही गुर्गे सुपारी किलर की भूमिका में आ जाते और अपराध को अंजाम देने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ते थे । लेकिन फिल वक्त जिला कारागार में जेल अधीक्षक उमेश सिंह की तैनाती के बाद जेल परिसर में लगे चारों मोबाईल जैमर टावरों को सक्रिय कर अपराधियों के संचार व्यवस्था को ध्वस्त किया गया है जिससे जेल में रहते हुए सामान्य तौर पर आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिलाना आकाओं द्वारा गुर्गों के लिए किसी अफीम से कम नहीं है । अगर जिला जेल की छमता की बात की जाए तो इस जेल में 443 बंदियों की छमता बताई जाती है लेकिन इस कारागार में शासन द्वारा निर्धारित क्षमता से तीन गुना अधिक विचाराधीन कैदी बंद बताए जा रहे हैं जिनकी संख्या 1457 तक जा पहुंची है , तो वहीं इनकी सुरक्षा जिम्मेदारी की बात करें तो जेल अधीक्षक उमेश सिंह के अलावा जेलर , डिप्टी जेलर , 45 पुलिस बंदीरक्षक समेत पांच महिला बंदीरक्षकों की तैनाती है और इन्हीं के कन्धों पर जेल संचालन की पूरी जिम्मेदारी भी है । अधीक्षक उमेश सिंह की मानें तो जेल में 65 महिला कैदी निरूद्ध हैं जिनके साथ सात बच्चें भी हैं जिनकी औसतन आयु 6 वर्ष के तकरीबन बतायी जा रही । जिनको समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए बुनियादी तालीम हासिल कराई जा रही है जिसके लिए जेल में ही बंद विचाराधीन महिला बंदी प्रतिभा उपाध्याय को उनको शिक्षिका के तौर पर नियुक्त किया गया है जिसके एवज में प्रतिभा को 40 रूपये पारिश्रमिकी का देय भी निर्धारित है । जिला कारागार में कैदियों द्वारा खेती की बात की जाय तो आलू की पैदावार बहुत ही अच्छी बताई गई है , जेल अधीक्षक उमेश सिंह की मानें तो जेल में होने वाली आलू की पैदावार को देखते हुए पड़ोसी जनपत प्रतापगढ़ जिले की जेल को सुलतानपुर जिला कारागार प्रतिवर्ष 150 क्विंटल आलू सप्लाई अकेले करता है । दूसरी तरफ जिला जेल में बंद कैदियों द्वारा प्रत्येक मंगलवार को जेल परिसर में सुंदरकांड का पाठ किया जाता है ।
Jila Jail
District Jail
Report – Gyanendra