उत्तर प्रदेश के बहराइच जिला में बिजली विभाग की घनघोर लापरवाही प्रकाश में आयी है। यहां विद्युत कर्मचारियों के अड़ियल रवैये से स्थानीय लोग काफी भयभीत हैं। बताया जा रहा है कि नवाबगंज थाना क्षेत्र के मिर्जापुर तिलक गांव में बिजली के नंगे तार जमीन पर गिरे होने से इन तारों की चपेट में आकर एक महिला समेत 4 बच्चे बुरी तरह झुलस गए। मासूमों को तड़पता देख ग्रामीणों ने फोन करके विद्युत आपूर्ति बंद करवाई और सभी को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया। यहां सभी की हालत गंभीर बनी हुई है। ग्रामीणों का आरोप है कि इसकी कई बार शिकायत करने के बावजूद जिम्मेदार अधिकारी आंखे बंद करके बैठे हैं।
ग्रामीणों के मुताबिक, गांव की सभी लाइने जर्जर तारों के सहारे चलाई जा रही हैं। जिसकी शिकायत विद्युत विभाग के आला अधिकारियों को कई बार अवगत कराते चले आ रहे हैं परंतु अधिकारियों की कुंभकर्णी नींद अभी भी नहीं खुली है। बीती रात महिला समेत चार बच्चों को काल के गाल में धकेलने में कोई कोर कसर विभाग नहीं छोड़ रहा है। जर्जर विद्युत लाइन का तार जमीन पर बीती रात 9:00 बजे से पड़ा हुआ था जिस पर विद्युत आपूर्ति बराबर की जा रही थी। जिसकी सूचना बीती रात ग्राम प्रधान पति इकरार आलम ने बिजली विभाग के अधिकारी को सप्लाई बंद करने के लिए फोन से अवगत कराया परंतु सप्लाई बंद नहीं की गई।
जिसके चलते मरियम (4) माहेसबा (11) सकीना व मेहरूल पत्नी स्माइल निवासी मिर्जापुर तिलक सुबह शौच को जाते समय पड़े विद्युत तार के छू जाने से बुरी तरह झुलस कर घायल हो गए। जिनको परिजनों द्वारा प्राथमिक चिकित्सा के लिए लाया गया। बताया जाता हैं उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। जिसकी प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए स्थानीय थाने पर सूचना दी जा चुकी है। विद्युत विभाग को जानकारी होने के बावजूद कोई कर्मचारी घटनास्थल तक नहीं पहुंचा। ग्रामीणों का कहना है जर्जर तार की शिकायत कुछ माह पहले विद्युत विभाग को की गई थी। जिस पर नाराज विद्युत अधिकारी द्वारा स्थानीय थाने पर दबंगई की सूचना को लेकर पुलिस द्वारा दंडित कराया जा चुका है।