राजधानी लखनऊ के अलावा यूपी कई जिलों में हाईटेक ठगों के गैंग भीड़भाड़ वाले इलाके में जाकर एटीएम मशीन में लोगों की मदद करने के बहाने उनके एटीएम कार्डों का क्लोन तैयार कर उनके खातों से करोड़ों रुपए निकाल कर ऐश करते थे। साइबर सेल ने एक ऐसे ही गिरोह का राजफाश कर साइबर क्राइम सेल ने बीसीए कर चुका अनिल कुमार वर्मा, शुभम पांडेय बीएससी आनर्स इन क प्युटर एप्लीकेशन, हिन्दू कॉलेज दिल्ली, अमित सिंह बीटीसी के अलावा 9वीं पास हसन शाह को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि इनकी तरह सैकड़ों हाईटेक ठग प्रदेश भर में फैले है। इस गिरोह का सरगना जनपद गोंडा निवासी अनिल है। पुलिस को इनके पास से 22 ब्लैक एटीमए कार्ड, 18 क्लोनिंग तैयार एटीएम कार्ड राइटर, दो एम-स्वाइप मशीन,15 हजार की नकदी के अलावा एक अल्टो कार व इंडिगो कार बरामद हुई है।
साइबर क्राइम सेल के नोडल अधिकारी अभय कुमार मिश्रा ने बताया कि इस गिरोह का सरगना अनिल कुमार वर्मा है। जो खुद नहीं जाता था वे अपने सहयोगी शुभम, अमित व हसन को बैंक ऑफ बड़ौदा के अलावा यूपी में अलग-अलग बैंकों के एटीएम मशीन के पास भेजकर एटीएम मशीन में मौजूद लोगों की मदद करने के बहाने उनका एटीएम आने हाथ में लेकर धोखे से क्लोनिंग मशीन का इस्तेमाल कर क्लोन कापी तैयार कर आका अनिल के बात ले जाते थे। बताया गया कि इन लोगों को ठगी करने वाली रकम में से कमिशन देता था। साइबर क्राइम सेल के नोडल अफसर अभय कुमार मिश्रा के मुताबिक पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि अब तक ये लोग सैकड़ों लोगों के एटीएम कार्ड से करोड़ों रुपए निकला चुके हैं।
कई राज्यों में फैला है मकड़जाल
एएसपी पूर्वी सर्वेश कुमार मिश्रा के मुताबिक पकड़े गए चारों आरोपित शातिर किस्म के ठग हैं। इनका मकड़जाल लखनऊ की सूबे के जनपद कुशीनगर, महाराजगंज, रायबरेली, बस्ती, देवरिया, गोरखपुर, हापुड़, मेरठ, फैजाबाद, फतेहपुर, खरी लखीमपुर, सीतापुर के अलावा दिल्ली, बिहार, राजस्थान व पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलावा यूपी के पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों तक इनका तार जुड़ा हुआ है। उन्होंने बताया कि इनका एक संगठित गिरोह है जो अब करोड़ों रुपयों की ठगी कर चुका है।
जालसाजी की रकम से बना ली करोड़ों की प्रापर्टी
सीओ हजरतंगज-साइबर क्राइम सेल के नोडल अधिकारी अभय कुमार मिश्रा का कहना है कि पूछताछ में पकड़े गए सरगना अनिल ने बताया कि लोगों की गाढ़ी कमाई पार करने के बाद मोटी रकम इकठ्टा कर एक प्लाट आवास विकास गोंडा में, एक अंग्रेजी शराब बियर शॅाप के अलावा अब तक करोड़ों की ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग की कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि इस जालसाजी के बारे में कुछ बैंकर्मियों की भूमिका भी सामने आ रही है, जिनके बारे में गहन छानबीन की जा रही है।
सलाखों के पीछे रहकर बनाया गिरोह
आरोपित हसन शाह सरगना बीते साल एक शख्स पर जानलेवा हमला करने के आरोप में जेल गया था। जहां उसकी मुलाकात अनिल से हुई और वहीं से हाईटेक अपराधी बनने की योजना तैयार की और करोड़ों रुपये की ठगी शुरू कर दी थी।
बच्चे को बनाना चाहता है अफसर
पकड़े गए गिरोह सरगना अनिल कुमार वर्मा अपने इकलौते बेटे को किसी छोटे स्कूल में नहीं बल्कि शहर के प्रतिष्ठित जयपुरिया में पढ़ा रहा है। आरोपित अनिल ने बताया कि वह तो चोर है, लेकिन बेटे को अच्छी शिक्षा दिलाकर उसे अफसर बनाना चाहता है।
इस पुलिस टीम ने किया बड़ा खुलासा
एएसपी पूर्वी सर्वेश कुमार मिश्रा के मुताबिक, साइबर क्राइम सेल के नोडल अधिकारी अभय कुमार मिश्रा की अगुआई में इंस्पेक्टर हजरतंग आनन्द कुमार शाही, साइबर क्राइम सेल प्रभारी इंस्पेक्टर अरुण कुमार सिंह, इंस्पेक्टर विजयवीर सिंह सिरोही, एसआई राहुल सोनकर, एसआई राहुल सिंह राठौर व कांस्टेबिल फिरोज बदर, अखिलेश कुमार, मो.शरीफ खान, संतोष गौतम व बृजेश।