अयोध्या :कृषि विश्वविद्यालय में नि:शुल्क कोविड जांच करा कर कोविड-19 का किया जा रहा पालन।
परास्नातक छात्र-छात्राओं के लिए खुला कृषि विश्वविद्यालय।
कृषि विश्वविद्यालय में नि:शुल्क कोविड जांच करा कर कोविड-19 का किया जा रहा पालन।
बीते मार्च से चल रहे लॉकडाउन के बाद आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या में पठन-पाठन और परीक्षा का कार्य ऑनलाइन माध्यम से संचालित किया जा रहा था।
वर्तमान शैक्षणिक सत्र में यूजीसी और उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा जारी की गई गाइडलाइन के अनुपालन में विश्वविद्यालय के प्रत्येक संकाय मे अध्ययनरत परास्नातक छात्रों को विश्वविद्यालय के छात्रावास में रहकर पठन-पाठन और शोध कार्य के लिए खोल दिया गया है।
पीएचडी में अध्ययनरत छात्रों के लिए 3 दिसंबर और एमएससी या एमवीएससी में अध्ययनरत छात्रों के लिए 7 दिसंबर 2020 से विश्वविद्यालय को खोल दिया गया है।
छात्रावास खोलने एवं विश्वविद्यालय में छात्राओं के आने से पहले माननीय कुलपति डॉ विजेंद्र सिंह ने सारी व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के लिए विश्वविद्यालय के समस्त अधिष्ठाता एवं निदेशक का बैठक बुलाकर निर्णय लेते हुए अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ डी नियोगी को निर्देशित किया था और कि छात्रों के विश्वविद्यालय मे आने से पहले छात्रावासों का समुचित सैनिटाइजेशन करा कर एवं कोविड-19 के सारे नियमों का कड़ाई से पालन कर दिया जाए।
माननीय कुलपति जी के आदेशों का अनुपालन करते हुए विश्वविद्यालय के कोविड-19 के नोडल ऑफिसर डॉ डी नियोगी ने विश्वविद्यालय में छात्रों के आने से पहले ही छात्रावासों में का समुचित सैनिटाइजेशन एवं कोविड-19 के तहत सारी व्यवस्था करवा दिया। साथ ही सारे छात्रों के आने से पूर्व 2 दिन पहले का कोविड-19 जांच का नेगेटिव प्रमाण पत्र लाने के लिए भी निर्देशित किया।
इसके अतिरिक्त माननीय कृषि एवं कृषि शिक्षा मंत्री सूर्य प्रताप शाही जी के इच्छा अनुसार एवं माननीय कुलपति के निर्देशों के अनुपालन में कोविड-19 के नोडल ऑफिसर डॉक्टर डी नियोगी द्वारा कोविड-19 के निशुल्क जांच हेतु 3 दिसंबर एवं 7 दिसंबर 2020 को शिविर लगाकर 100 से अधिक छात्र और छात्राओं का कोविड-19 का जांच करवाया।
कोविड-19 की दूसरी लहर को दृष्टिगत रखते हुए विश्वविद्यालय में रह रहे सभी छात्र छात्राओं को कोविड-19 के सभी नियमों का सख्ती से पालन करने के लिए भी निर्देशित किया।
अधिष्ठाता छात्र कल्याण में बताया कि गंगा छात्रावास में पीएचडी के 38 छात्र, जमुना छात्रावास में परास्नातक के 60 छात्र, सरजू में 06 ,कालिंदी छात्रावास में 10 और गोमती महिला छात्रावास में कुल 14 परास्नातक छात्र छात्रावास में रहकर शिक्षा एवं शोध का कार्य प्रारंभ कर दिया है।
विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि प्रतिदिन छात्रों को किसी प्रकार की कोई कठिनाई ना हो इसके लिए कुलपति महोदय एवं अधिष्ठाता छात्र कल्याण द्वारा छात्रावासों का औचक निरीक्षण भी किया जा रहा है।
साथ ही कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह ने निदेशक प्रशासन एवं परीवीक्षण डॉ आर के जोशी को एक सचल निरीक्षण दल के गठन हेतु निर्देशित किया है।
सभी छात्रावासों के अधीक्षक एवं सहायक अधीक्षक और विश्वविद्यालय के सुरक्षा प्रभारी बहुत ही कर्मठता से अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहे हैं।