उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिला में मंगलवार को सड़क के ऊपर जा रहे आधा दर्जन वाहनों पर मिर्माणाधीन ओवर ब्रिज के पिलर पर रखी जाने वाली दो बीम के गिरने से करीब 20 लोगों की मौत हो गई, जबकि 30 लोग गंभीर रूप से घायल हुए। सभी घायल अस्पतालों में जिंदगी मौत की जंग लड़ रहे हैं। इस घटना को अभी 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि मथुरा जंक्शन पर प्लेटफार्म नंबर दो और तीन पर फुट ओवरब्रिज से गाटर गिरने से मौके पर अफरा-तफ्तरी मच गई। प्लेटफार्म पर खड़े सैकड़ों यात्री इस घटना के बाद भाग खड़े हुए। गाटर गिरने की सूचना मिलते ही रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच में जुट गए हैं। इस घटना में किसी के हताहत होने की अभी सूचना नहीं है। इस हादसे पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
[hvp-video url=”https://www.youtube.com/watch?v=KmtmnZxni54&feature=youtu.be” poster=”https://www.uttarpradesh.org/wp-content/uploads/2018/05/Untitled-4-copy-14.jpg” controls=”true” autoplay=”true” loop=”true” muted=”false” ytcontrol=”true”][/hvp-video]
जानकारी के मुताबिक, मथुरा जंक्शन के प्लेटफार्म तीन पर पटरी व स्लीपर बदलने का काम चल रहा है। इसके चलते इस प्लेटफार्म से गुजरने वाली ट्रेनों को प्लेटफार्म चार व पांच से गुजारा जा रहा है। बुधवार दोपहर एक बजे अचानक रेलवे फुट ओवरब्रिज का एंगल प्लेटफार्म चार की लाइन पर गिर गया। इस दौरान रेल लाइन पार कर गुजर रहे यात्री बाल बाल बचे। सूचना पर स्टेशन मास्टर केएल मीणा, रेलवे ब्रिज इंजीनियर, सुपरवाइजर तथा अन्य जिम्मेदार अफसर मौके पर पहुंच गए।
डीआरएम ने इस मामले में के आदेश दिए हैं। वहीं वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी अखलाक अहमद ने रेलवे ओवर ब्रिज की एंगिल गिरने को गंभीरता से लिया। डीआरएम ने मंडल संरक्षा अधिकारी से रिपोर्ट मांगी है। रेलवे फुट ओवर ब्रिज कभी भी धराशाही हो सकता है। रेलवे ओवर ब्रिज के दर्जनों एंगल खराब हो चुके हैं। उसी में से एक एंगल टूटकर गिर गया है। रेलवे ब्रिज इंस्पेक्टर व इंजीनियर पुल की मजबूती को लेकर गंभीर नहीं है। सालों से एंगल पर पेंट व प्राइमर तक नहीं कराया गया है।रेलवे जंक्शन पर प्लेटफार्म एक से चार तक जोडने वाला रेलवे ओवर ब्रिज 30 साल से अधिक पुराना है।