फर्जी आधार कार्ड तैयार कर नया सिम एक्टिवेट करने वाले गिरोह का पर्दाफाश 3 गिरफ्तार
औराई थाना पुलिस और साइबर टीम ने फर्जी आधार कार्ड तैयार कर नया सिम एक्टिवेट करने वाले गिरोह के 3 सदस्य को गिरफ्तार करते हुए उनके पास से लैपटॉप फर्जी आधार कार्ड प्रिंटर थंब इंप्रेशन मशीन बरामद किया है , प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपर पुलिस अधीक्षक राजेश भारती ने जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार गिरोह के सदस्य द्वारा धान क्रय केंद्र फर्जीवाड़े में भी नया सिम एक्टिवेट कर दिया था ।
भदोही जिले के औराई थाना पुलिस व साइबर टीम को पुलिस अधीक्षक डॉ अनिल कुमार ने फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह का पर्दाफाश व गिरफ्तारी करने का निर्देश दिया था जिस क्रम में गठित टीम द्वारा आज फर्जी आधार कार्ड बनाकर नया सिम एक्टिवेट करने वाले गिरोह के सरगना सहित तीन शातिर अभियुक्त को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की और उनके पास आधार कार्ड कूट रचित आधार कार्ड की छाया प्रति विभिन्न कंपनियों के कार्ड मोबाइल फोन लैपटॉप प्रिंटर थंब इंप्रेशन मशीन बरामद किया , गिरफ्तार अभियुक्त फर्जी सिम एक्टिवेट कर ग्राहकों से अधिक पैसा लेकर बेचते थे और यही गिरोह के सदस्य कृषक पंजीयन व धान खरीद में आरोपी को भी नया सिम एक्टिवेट कर उपयोग करने के लिए दिया था , पूछताछ के दौरान गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि सिम कार्ड बिक्री के दौरान लोगों का आधार कार्ड प्राप्त कर लिया जाता है आधार कार्ड को कन्हैया लाल जायसवाल की टिकट बुकिंग दुकान पर स्कैन करा कर एडिट कर अपनी फोटो आधार कार्ड पर लगवा कर विभिन्न कंपनियों के सिम कार्ड प्राप्त कर एक्टिवेट करके संतोष कुमार गुप्ता को देता था लगभग 6 वर्षों से नया सिम जारी करने का काम करता हूं फर्जी तरीके से जारी सिम कार्ड अधिक लाभ कमाने के लालच में संतोष को दे देता था संतोष कुमार उन सीम को आशीष मिश्रा पुत्र दिनेश मिश्रा अनिल मिश्रा पुत्र श्री नारायण मिश्रा निवासी परानापुर को देता था जो लाभ होता था उसे आपस में बांट लेते थे उक्त जानकारी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अपर पुलिस अधीक्षक राजेश भारती ने देते हुए बताया कि यह गिरोह कुछ महीनों पूर्व धान क्रय केंद्र पर हुए फर्जीवाड़े में भी नया सिम एक्टिवेट कर दिया था जिससे लगातार पुलिस और साइबर टीम गिरोह का पता लगा रहा था और जैसे ही साक्ष मिला वैसे गिरफ्तार कर लिया गया है और इनके अन्य अपराधिक इतिहास खंगाले जा रहे हैं ।
बाइट- अपर पुलिस अधीक्षक राजेश भारती
रिपोर्ट. गिरीश पाण्डेय