महिला सुरक्षा को लेकर केंद्र व राज्य सरकार ने तमाम वादे तो किये लेकिन जमीनी तौर पर किसी भी सरकार ने कोई ऐसा काम नहीं किया जिससे महिलाओं के साथ होने वाली रेप की घटनाओं में कमी आ सके। आज जब पूरी दुनिया अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस बनाकर महिलाओं को सम्मान देने की तैयारी में लगी है तो वहीं उत्तर प्रदेश के एक शहर बरेली में आज के ही दिन सड़क पर चलती हुई एक बस में एक महिला के साथ गैंगरेप किया गया। महिला दिवस के दिन होने वाली यह घटना यह समझने के लिए काफी है कि हमारा समाज और हमारी सरकार महिला सुरक्षा को लेकर अपनी जिम्मेदारी को लेकर कितनी गम्भीर है । चलती बस में रेप की घटनाऐं पहले भी हो चुकी हैं लेकिन ना ही हमारी सरकार ने ऐसी घटनाओं को रोकने के कोई महत्वपूर्ण कदम उठाया और ना ही हम सामाजिक रूप से ऐसे अपराधियों को रोकने में सफल हो पाये जो इस तरह की घटनाओं को अंजाम देते है।
एक विवाहित महिला के साथ हुआ रेप का यह मामला बरेली के शीशगढ़ थाना क्षेत्र के सिसौना गांव का है। पीड़ित महिला अपनी बेटी और 14 दिन के बच्चे के साथ बस में सफ़र कर रही थी। घटना के बाद महिला की हालत गंभीर है वहीं उसके 14 दिन के बच्चे की मौत हो गई है। घटना के बाद दरिन्दे मौके से फरार हैं।
पुलिस के मुताबिक गैंगरेप के विरोध के दौरान महिला की गोद से उसका 14 दिन का बच्चा गिर गया और उसकी मौत हो गई। इसके बावजूद दरिंदों ने महिला के साथ दुष्कर्म किया। पीड़ित को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में एडमिट कराया गया है। जहां उसकी हालत गम्भींर बतायी जा रही है। पुलिस आरोपियों की तलाश में लगी हुई है लेकिन अभी तक किसी भी अपराधी को पकड़ा नही गया है।
महिला दिवस के मौके पर एक महिला के साथ होने वाली इस दर्दनाक घटना ने प्रदेश सरकार के उन तमाम वादों को खोखला कर दिया जो उन्होंने सुरक्षा के नाम पर राज्य की महिलाओं से किये थे। इस घटना के बाद महिला सुरक्षा को लेकर अखिलेश सरकार को पुन विचार करने की जरूरत है।