गणपति उत्सव में अब ज्यादा दिन नहीं बचे हैं, जगह जगह भगवान गणेश के आगमन की तैयारियां शुरू हो गयी हैं. इसी के साथ शहर में गणपति महोत्सव के लिए थीम कार्यक्रमों का आयोजन होने वाला है. जहाँ एक ओर राजधानी लखनऊ में ही राष्ट्रीय समस्याओं और आर्थिक परेशानियों संबंधित थीम पर गणपति पूजा होगी, वहीं शहर में डायनासोर संग भी गणपति जी विराजेंगे.
8 फिट के गणपति बप्पा के होंगे महंगे दर्शन:
राजधानी में पहली बार गोमती किनारे डायनासोर संग 8 फिट के गणपति बप्पा विराजने वाले हैं. लेकिन भव्य गणपति जी के दर्शन काफी महंगे होंगे.
गोमती किनारे गणपति के दर्शन करने जाने के लिए पहले आपको पार्किंग शुल्क चुकाना होगा, तब जाकर आपकी एंट्री होगी गणपति पंडाल में.
जहाँ भगवान गणपति के दर्शन के साथ आपको जुरैसिक पार्क का भी अनुभव मिलेगा. भीतर पहुंचने पर भूतिया घर, डायनासोर हॉउस का लुफ्त उठाने का मौका मिलेगा, इनका टिकट है 100 रुपये।
वहीं खाने पीने के लिए फ़ूड स्टाल की भी व्यवस्था है, जहाँ महंगे पर लजीज व्यंजनों का लुफ्त आप उठा सकेंगे.
13 सितम्बर से झूलेलाल वाटिका पर श्री गणेश महोत्सव:
लखनऊ में दक्षिण भारत के प्रसिद्ध ‘‘रामेश्वरम मन्दिर’’ की थीम पर भी गणपति पंडाल लगने वाला हैं. श्री गणेश प्राकट्य कमेटी की ओर से 13वे गणेश महोत्सव का आयोजन होगा.
आयोजन 13 सितम्बर से 23 सितम्बर तक झूलेलाल वाटिका निकट हनुमान सेतु के पास किया जायेगा।
‘मनौतियों के राजा’ के नाम से होने वाले सबसे बड़े ‘‘श्री गणेश प्राकट्य महोत्सव’’ में करीब पांच लाख भक्तों के आने की उम्मीद है.
हर साल की तरह इस बार भी गणेश पूजा पण्डाल अलग थीम ‘‘रामेश्वरम मन्दिर’’ की थीम पर तैयार हो रहा है।
उत्सव में प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु अपनी मनौती की चिट्ठी लिखते हैं।
16 हजार वर्ग फुट में होगा आयोजन:
करीब 16 हजार वर्ग फुट में होने वाले उत्सव में बप्पा का 80 फुट ऊंचा वाटरफ्रुफ पण्डाल तैयार हो रहा है।
10-10 वर्ग फुट की करीब सौ दुकानें सज रहीं हैं, जिन पर बड़े बूढे, बच्चों एवं महिलाओं के लिये चाट, फास्ट-फ्रूड और आइस्क्रीम की दुकानें व उनके पसंद की सामग्री भी मिलेगी।
इस बार लोगो के लिए हाॅन्टेड हाउस बनवाया जा रहा है। टिकट 100 रुपये रहेगा। इसमें डायनासोर जैसे अन्य जानवर के मॉडल रहेंगे। जिससे कारीगर लाईट और साउंड के माध्यम से सजीव एहसास करायेंगे।
पंडाल का बीमा पहले की तरह इस बार भी 10 करोड़ का कराया गया है। जिसमें गजानन की ज्वेलरी, पण्डाल और अन्य सामान का बीमा है।
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