राजधानी लखनऊ के ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के हुसैनाबाद इलाके में जहरीली गैस के रिसाव होने से हड़कंप मच गया। गैस रिसाव होने से जहरीली गैस चारों ओर फैल गई। गैस के रिसाव से लोग बेहोश होने लगे। इसकी सूचना लोगों ने पुलिस को दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने एम्बुलेंस के जरिये बेहोश लोगों को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया है। यहां सभी का उपचार किया जा रहा है। पुलिस के मुताबिक, बेल्डिंग में प्रयोग की जाने वाली गैस के रिसाव से लोगों की हालत बिगड़ी थी। फ़िलहाल क्षेत्र में हालात सामान्य हैं। इस घटना से जिनकी हालत गंभीर बनी हुई है उनके घरों में कोहराम मचा है।
पुलिस के मुताबिक, फातिमा कॉलोनी निवासी हासिम अपने तीन मंजिला मकान में कारखाना चलाते हैं। कारखाने में ट्रक, बसों में लगाई जाने वाली टंकियां और कंप्रेशर टंकी बनाने का काम होता है। मंगलवार शाम कारखाने में एकाएक गैस रिसाव होने लगा। यह देख कारखाना मालिक हासिम और कर्मचारियों ने आनन फानन सिलेंडर बाहर फेंक दिए। इससे गैस रिसाव और तेज हो गया।
प्रत्यक्षदर्शी नौशाद, सुजात और रहमान के मुताबिक हवा के संपर्क में आने से गैस और धुंए का गुबार चारों तरफ फैल गया। इससे आसपास के घरों के अंदर और बाहर खेल रहे बच्चों को आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कतें होने लगी। लोगों ने पुलिस को सूचना दी। लोगों की हालत बिगड़ते देख कारखाना मालिक अपने कर्मचारियों के साथ सिलेंडर को इनोवा कार में लादकर भाग निकला। मौके पर पहुंची पुलिस ने गैस के संपर्क में आने से जिन बच्चों, महिलाओं और पुरुषों की हालात नाजुक हो गई थी, उन्हें आनन फानन ट्रामा सेंटर पहुंचाया।
पुलिस के मुताबिक, प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक वेल्डिंग में ऑक्सी-ऐसीटिलीन सबसे अधिक उपयोग में लाई जाती है। बड़े-बड़े कारखानों में निजी गैस जनित्रों द्वारा कैल्सियम कार्बाइड और पानी के मिश्रण से यह गैस कम दाब पर तैयार की जाती है। ऐसीटिलीन को ऐसीटोन में घुला देने से विस्फोट का खतरा नहीं रहता। एथिलीन एक हाइड्रोकार्बन है। यह रंगहीन और ज्वलनशील गैस है।
एथिलीन का रासायनिक उद्योगों में बहुतायत में उपयोग होता है। एथिलीन एक महत्वपूर्ण प्राकृतिक पादप हार्मोन भी है जिसका उपयोग फलों को जल्दी पकाने में किया जाता है। एथिलीन का जलयोजन करने पर एथिल अल्कोहल मिलता है। इथिलीन एक सरलतम अल्कीन है। यह एक प्राकृतिक गैस है तथा कोल गैस में पाई जाती है। यह एक महत्वपूर्ण औद्योगिक रसायन है। इसका उपयोग बड़े पैमाने पर पालीथीन नामक प्लास्टिक बनाने के लिए किया जाता है।