गाज़ीपुर में रोडवेज़ बस यात्रियों और रोडवेज़ कर्मियों की हालत बड़ी दयनीय है। कारण पिछले तीन साल से रोडवेज़ का निर्माण जारी है और लापरवाही का आलम ये है कि यहां आधा काम भी नहीं हो पाया है। बिल्डिंग्स अधूरी पड़ी हैं, और कैम्पस में मिट्टी पड़ी है जो बारिश होने की वजह से दलदल हो चुकी है। आलम ये है कि कोई भी गाड़ी कैम्पस में जाती है तो फंस जाती है, फिर उसे धक्का मारकर या फिर दूसरी बस से बांधकर खींचा जाता है. यहां तक कि बसें अंदर डीज़ल टैंक तक भी नहीं जा पाती डिब्बे में डीजल लाकर सड़क पर भरते हुए कर्मचारी दिख जाते हैं।
हर दिन 2 लाख का घाटा:
रोडवेज़ की ऐसी दशा से प्रतिदिन 2 लाख के राजस्व का घाटा भी हो रहा है। 2 लाख प्रतिदिन घाटा होने की बात हम नहीं बल्कि रोडवेज़ कर्मचारी ही बता रहे है। वहीं ज्यादातर बसे खड़ी होने की वजह से रोडवेज़ के संविदा कर्मी काफी मायूस है। यही नहीं यात्रियों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि अन्य डिपो की बसे रोडवेज़ से नहीं बल्कि बाहर से ही निकल जाए रहे है।
बरसात में धक्का मारकर निकली जाती है बस:
बर्स्सत के दिनों में यहाँ सरकारी बस को यात्री और कर्मचारी धक्का मारकर निकालते है. यात्री सुविधा की बात दो दूर डिपो पर बस के खड़े होने तक की जगह नहीं. इसका कारण पिछले तीन सालों से ये करोड़ों की लागत से बनवाया जा रहा है और आलम ये है कि पहली बरसात के बाद से ही ये दलदल हो चुका है और अब यहां रोज़ गाड़ियां फंस जाती हैं जिन्हें धक्का मारकर या दूसरी गाड़ी से खींचकर निकाला जाता है.
रोडवेज में दलदल, रास्ता बसों की वजह से जाम:
स्टेशन को जाने वाली सड़क पर दर्जनों बसें खड़ा होने की वजह से रास्ता भी जाम हो जा रहा है जिससे आम लोंगो के साथ यात्रियों और रोडवेज कर्मियों को भी काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। यात्रियों और कर्मियों में इस बात को लेकर काफी आक्रोश और दिक्कत साफ दिखाई देती है लेकिंन कोइ करे तो क्या करे। फिलहाल निर्माणाधीन रोडवेज बरसात में दलदल हो चुका है और रोडवेज़ में दलदल की वजह से बसे अंदर नहीं आ पा रही है।
डब्बे से भरा जाता है डीजल:
बसों के अंदर न पहुँच पाने की वजह से न तो रोडवेज़ के टंकी में डीजल भर पता लिहाजा मज़बूरी में रोडवेज के पेट्रोल पंप से गैलन में डीजल लेकर बसों में भरा जाता है। अब रोडवेज़ के पेट्रोल टंकी भी खाली हो जाएगा तो टंकी में डीजल भी नहीं रहेगा। इन हालात की वजह से रोडवेज़ का प्रतिदिन 2 लाख राजस्व की क्षति हो रही है। वहीं संविदाकर्मियों में रोष है।
जिम्मेदारों ने केवल आश्वासन दिया:
बरसात से पहले प्रदेश के परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने रोडवेज़ का निरीक्षण किया था और उस दौरान रोडवेज़ की स्थिति के बारे में उन्हें करा दिया गया था। परिवहन मंत्री 2 माह में निर्माण कम्प्लीट कराने का आश्वासन दिया।कर्मचारियों के मुताबिक़ परिवहन मंत्री ने काम किस कंपनी के द्वारा किया जा रहा है पूछा रोडवेज के कर्मचारी ने तपाक से जवाब दिया कि माफिया मुन्ना बजरंगी के आदमी द्वारा काम कराया जा रहा। जिसके बाद परिवहन मंत्री बिना कुछ जवाब दिए वहां से मुंह मोड़ कर वापस चल दिये थे। जिसके बाद मंत्री की खूब किरकिरी हुई थी।
परिवहन मंत्री के बाद सदर विधायक संगीता बलवंत आई थी । लेकिन दोनों लोग आश्वासन देकर चले गए लेकिन कोई काम नहीं हुआ और जो काम हो रहा है वो काम धीमी गति से हो रहा है।
डीएम ने बरसात बाद काम ख़त्म कराने की बात कही:
इस मामले में जिलाधिकारी गाज़ीपुर के.बाला जी ने कहा कि ये बात प्रशासन के संज्ञान में है, वहां निर्माण हो रहा है लेकिन बरसात की वजह से थोड़ी दिक्कत है। बरसात बंद होते ही जल्द ही उसे ठीक करा दिया जाएगा।