गाजीपुर : आपको जानकार जरुर हैरत होगी लेकिन ये सच है कि स्वास्थ्य निभाग अब खुद ही मरीजों कि ज़िन्दगी से खिलवाड़ कर रही है.स्वास्थ्य महकमा उन अस्पतालों को बिना सोचे समझे दोबारा लाइसेंस जारी कर रही है जिनका लाइसेंस पहले मरीजों के साथ लापरवाही के चलते कैंसिल किया गया था. ताज़ा मामला कादरी और ओम सत्या अस्पताल का का.
घटनाओं के बाद भी नही ले रहे सबक
- योगी सरकार सूबे में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर जहाँ गंभीर है .
- वही दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग खुद ही अपने मरीजों कि ज़िन्दगी के साथ खेल रहा है.
- एक माह पूर्व कादरी अस्पताल में गर्भवती के पेट में कपड़ा रह जाने से मौत हो गयी थी .
- डॉक्टर की लापरवाही से हुई प्रसूता की मौत के बाद अस्पताल को सील कर दिया गया था .
- इसके साथ एक और ओम सत्या अस्पताल का भी लाइसेंस रद्द कर दिया गया था.
- यहाँ भी डॉक्टर की लापरवाही से एक प्रसूता की मौत हो गयी थी.
- विभाग ने इसमें खेल करते हुए दोनों अस्पताल को दूसरे नाम से चलाने का लाईसेंस जारी कर दिया
- ऐसा में गाजीपुर का स्वास्थ्य महकमा लोगों कि मौत का लाइसेंस धड़ल्ले से जारी कर रहा है.
- दोनों मामले में जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग कार्रवाई करते हुए अस्पतालों को सील कर दिया
- माह भी नहीं बीत पाया था कि कादरी अस्पताल अब शास्वत अस्पताल के नाम से.
- और ओम सत्या अस्पताल अब अमन सर्जिकल अस्पताल के नाम से चलाया जाने लगा है.
- जबकि इन दोनों अस्पतालों के सभी समान पुलिस रेकॉर्ड में अभी भी सीज है .
- बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग ने इन दोनों अस्पतालों को नए नाम से लाइसेंस दे दिया.
- जब इस खेल के बारे में मुख्य चिकित्साधिकारी जनार्दन मणी से जानकारी ली गई .
- उन्होंने बताया कि दो सदस्यीय डॉक्टरों की टीम बनायी गई है.
- जिनकी रिपोर्ट पर हम उन्हे आने वाले दिनों में नोटिस देगें.
- इस तरह के तीन अस्पतालों का मामला संज्ञान में है.
- जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने बताया कि ऐसे तीन अस्पतालों के खिलाफ जांच होगी.
- जो भी इस मामले में दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
- वहीं इस मामले में जिलाधिकारी ने भी माना है कि इसमें विभाग की भी मिली भगत है.
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