पुलिस एक साधारण आदमी को कैसे बदमाश बना देती है इसकी बानगी यूपी के गाजियाबाद जिले में देखने को मिली। यहां एक युवती ने आरोप लगाया है कि वह रात में ड्यूटी से घर वापस जा रही थी तो एक दारोगा और आधा दर्जन पुलिसवालों ने (policemen misbehave) बिना महिला पुलिस के चेकिंग के दौरान उसके साथ अभद्रता की।
लखनऊ में तेज रफ़्तार बस ने मासूम छात्र को रौंदा, मौत
- आरोप है कि अभद्रता करने वाले पुलिसकर्मी शराब के नशे में धुत थे।
- युवती का आरोप है जब पीछे से आये उसके जीजा ने इसका विरोध किया तो सिपाहियों ने उन्हें बेरहमी से पीटकर अधमरा कर दिया।
- युवती ने बताया कि जीजा को बदमाश साबित करने के लिए आरोपी दारोगा ने अपना सिर फोड़ लिया और जेल में डलवाने की धमकी देने लगा।
- आरोप है कि इस दौरान नशेबाज सिपाहियों ने युवती का मोबाईल छीन लिया ताकि वह घर पर किसी को फोन ना कर सके।
फिरौती के लिए खनन कारोबारी के बेटे का अपहरण करने आये 6 बदमाश मुठभेड़ में गिरफ्तार
- पीड़िता ने किसी तरह अपने घर पर फोन करके मामले की जानकारी दी।
- इसके बाद घरवाले पुलिस कप्तान से मिलने गए।
- एसएसपी तो नहीं मिले तो पीड़ितों ने सीओ को पूरी बात बतायी।
- सीओ ने दारोगा को फटकार लगाई तो वह पीड़िता से माफ़ी मांगने लगा।
- हालांकि पुलिस ने दारोगा को बचाने के लिए पीड़िता के घरवालों पर तहरीर वापस लेने का दबाव बनाया और सुलह करवाकर मामले को ख़त्म कर दिया।
- अब सवाल ये उठता है कि इन गुंडे पुलिसवालों को ना तो सीएम के आदेशों की परवाह है और ना डीजीपी के निर्देश की।
- शायद महिलाओं की सुरक्षा के लिए गठित की गई एंटी रोमियों स्क्वॉड तो फेल हो गई।
- लेकिन ये वर्दीधारी ही किसी शोहदे और (policemen misbehave) बदमाश से कम नहीं हैं।
BHU मामला: जनसंगठन बोले मोदी सरकार में बढ़ा महिला अपराध
रास्ता रोककर घेरकर खड़े हो गए नशेड़ी पुलिसकर्मी
- जानकारी के मुताबिक, गाजियाबाद जिले के सरस्वती विहार लोनी में रहने वाली चेतना शर्मा नोएडा में एक रियल स्टेट कंपनी में काम करती है।
- चेतना के अनुसार, वह पिछली 23 सितंबर की शाम को करीब 7:30 बजे ड्यूटी से घर वापस आ रही थी।
- इस दौरान लोनी बॉर्डर थाना क्षेत्र के बेहटा पुलिया के पास आधा दर्जन से अधिक पुलिसवाले गाड़ियों की चेकिंग कर रहे थे।
- सिपाहियों ने चेतना को रुकने का इशारा किया तो उसने अपनी गाड़ी रोक दी।
- पीड़िता ने बताया कि बिना महिला पुलिस के चेकिंग कर रहे नशे में धुत तीन सिपाही आगे बढ़े और झुंड बनाकर उससे गाड़ी के कागज मांगने लगे।
- पीड़िता ने कहा की गाड़ी के कागज देखिये पास क्यों आ रहे हैं।
- इतने में सिपाहियों ने पीड़िता का (policemen misbehave) हाथ पकड़ लिया और गलियां देने लगे।
छेड़छाड़ से तंग आकर 10वीं की छात्रा ने की आत्महत्या
पीछे से आये बहनोई को बेरहमी से पीटा
- पीड़िता ने बताया कि इस घटना के दौरान साहिबाबाद में काम करने वाले उसके जीजा अमित शर्मा भी काम करके घर वापस आ रहे थे।
- हंगामा होता देख उन्होंने सिपाहियों से कहा कि कागज सारे हैं आप ऐसे अभद्रता क्यों कर रहे हैं तो सिपाही भड़क गए।
- आरोप है कि इस दौरान सिपाहियों ने उन्हें बेरहमी से पीटा और गंदी-गंदी गलियां दीं।
- आरोप है कि पीड़िता का इस दौरान सिपाहियों ने मोबाईल छीन लिया जिससे वह किसी से बात ना कर सके।
- पीड़िता ने एक दूसरे व्यक्ति का मोबाईल लेकर घर में इस घटना की जानकारी दी तो उसका भाई दीपक शर्मा और पिता थाने पहुंचे और थाना प्रभारी को घटना की पूरी जानकारी दी।
गोरखपुर जिला जेल में शुरू हुई ‘ई-प्रिजन स्कीम’, online मिलेगा कैदियों का ब्यौरा
एसएसपी से शिकायत पर दारोगा ने फोड़ा अपना सिर
- पीड़ित घरवालों का कहना है उन्होंने इसकी सूचना थाना प्रभारी लोनी अरुण कुमार को दी तो वह थाने पहुंचे।
- इस दौरान आरोपी सेवा धाम पुलिस चौकी का दारोगा अनूप सिंह धमकी देने लगा।
- आरोपी दारोगा ने कहा कि (policemen misbehave) पुलिस क्या होती है इसके बारे में तुम्हें बताता हूं।
- बात ना बनने पर पीड़ित पुलिस कप्तान के पास गए लेकिन वह नहीं मिले।
- पीड़ित जब थाने आये तो आरोपी दारोगा बाहर से अपना सिर फोड़ कर आया और आरोप लगाने लगा कि गिरफ्तार युवक बदमाश है और पुलिस ने रोका तो इसने लोहे की रॉड मारकर घायल कर दिया।
- इस आरोप से पीड़ित दंग रह गए।
STF ने किया नकली मोबिल आॅयल फैक्ट्री का पर्दाफाश
युवती नसे छुए पैर, लेकिन नहीं पसीजा वर्दीधारी का दिल
- पीड़िता ने बताया कि जब पुलिसवाले उसके जीजा को मार रहे थे तो वह गिड़गिड़ाई और थाना प्रभारी के पैर तक छुए लेकिन वह नहीं पसीजे।
- वह सभी बहनोई को पीटते रहे।
- आरोप है कि अपने दारोगा पर कार्रवाई ना करने के चक्कर में पुलिस ने तहरीर देने के बाद भी मुकदमा नहीं लिखा।
- एक दिन थाने में बंद रखने के बाद पुलिस ने सुलह समझौता कराकर बहनोई को जाने दिया।
डरे हुए हैं परिवार के लोग
- पीड़िता ने बताया कि जब इस संबंध में उसने सीओ दुर्गेश सिंह को पूरे मामले की जानकारी दी।
- तो सीओ ने कहा कि मुझे जानकारी प्राप्त हुई थी कि एक बाइक पर सवार तीन बदमाश जा रहे थे।
- रोकने पर उन्होंने रॉड मारकर दारोगा को घायल कर दिया।
- अब आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं कि पुलिस एक कामकाजी आदमी को कैसे मनगढंत कहानी रचकर अपराधी घोसित कर देती है।
- हालांकि इस पूरे मामले के बाद (policemen misbehave) पीड़ित परिवार काफी डरा हुआ है।
https://youtu.be/xpD2axMum_4