राजधानी लखनऊ की आशियाना में रहने वाली अमीषा ने ट्वीट कर के पुलिस वालों पर गंभीर आरोप लगायें हैं. अमीषा ने ट्वीट कर कहा कि देर रात 20 पुलिस वाले, जिनमे एक भी महिला सिपाही नहीं थी, उनके घर में घूस कर उनपर और उनकी माँ पर चिल्लाने लगे, वहीं उनके छोटे भाई को भी डराने और धमकाने लगे.
20 पुलिस कर्मियों में देर रात की गुंडई:
जिस राज्य में सरकार महिला सुरक्षा की बात सबसे पहले करती है. एंटी रोमियो स्कोर्ड हो या 1090, महिला सुरक्षा को लेकर कई योजनायें और कठोर कानून बनाएं जाते हैं. वहां एक युवती महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेने वाले पुलिस कर्मियों पर ही आरोप लगा रही हैं.
मामला राजधानी लखनऊ का है जहाँ एक लड़की ने ट्वीट कर पुलिस पर ही डराने और गुंडई का आरोप लगाया हैं. आशियाना में रहने वाली अमीषा सिंह राना ने ट्वीट कर बताया कि 20 पुलिस कर्मियों ने उसके घर में जबरदस्ती घुसने की कोशिश की और उन्हें डराया.
पुलिस वालों में एक भी महिला पुलिस शामिल नहीं थी. ये मामला तब हुआ जब वह, उसकी माँ और छोटा भाई घर में अकेले थे. रात के वक्त 1 या 2 नहीं बल्कि 20 पुलिस वाले 3 जीप और मोटरसाइकिलों से उसके घर पहुँच गये और जोर जोर से घर का दरवाजा पीटने लगे.
अमीषा ने ट्वीट के माध्यम से बताया कि जब उसकी माँ और वो बाहर देखने के लिए निकले तो पुलिस वालों ने दरवाजा खोलने को कहा. डर की वजह से जब हमने गेट नहीं खोला तो वे गेट से कूद कर अंदर आ गये.
नाबालिग भाई को लाठियों से मारने की दी धमकी:
इतना ही नहीं अमीषा ने आरोप लगाया कि उसके नाबालिग भाई को भी लाठियों से पीटने की बात कर के पुलिस वालों ने डराने की कोशिश की. जिस वक्त पुलिस वाले इस तरह एक लड़की और उसकी माँ पर रौब झाड रहे थे, अमीषा का भाई फ़ोन लेकर ये सब रिकॉर्ड करने की कोशिश कर रहा था.
जिस पर एक पुलिस कर्मी ने उसके हाथ से फ़ोन लेकर विडियो डिलीट कर दिया. और उसका जोर से हाथ पकड़ लिया. पुलिस कर्मी ने कहा कि “अभी बताता हूँ कि लाठी कैसे पडती हैं.”
अमीषा ने ये भी बताया कि पुलिस वाले चिल्लाने लगे और उसके पिता के बारे में पूछने लगे. उस समय उनके पिता घर पर नहीं थे. जिसपर पुलिस वाले और चिल्लाने लगे और हमारी वीडियो बनाने लगे.
बिना महिला सिपाही के पहुंचे पुलिस वाले:
उनके इस तरह के रवैये से अमीषा और उसका परिवार न केवल सहमा हुआ है, बल्कि लखनऊ में रहने से ही डर रहा हैं. अमीषा और अमीषा का भाई अलग अलग शहरों में पढाई करते है. लेकिन अपने माता पिता को यहाँ अकेला छोड़कर जाने की हिम्मत नहीं हैं.
अमीषा के आरोपों में अगर सच्चाई हैं तो ये बेहद गंभीर मामला है क्योंकि इस तरह किसी महिला के प्रति पुलिस की दबंगई सरासर गलत हैं. अगर अमीषा और उनके परिवार पर किसी तरह का कोई आरोप या एफआईआर भी दर्ज हैं तो भी बिना महिला सिपाही के 20 पुलिस वालों का किसी के घर में इस तरह घुसना किसी भी पुलिस वाले को शोभा नहीं देता.
पिता से पुलिस कर्मियों ने मांगी घूस:
अमीषा ने बताया कि जब उसके पिता इस बात की शिकायत पुलिस थाने में करने गये तो उल्टा उनसे घूस मांगी गयी. उनकी शिकायत न तो सुनी गयी और ना ही दर्ज की गयी.
जिसके बाद ट्वीट के जरिये जब यूपी पुलिस को उन्होंने सूचित किया तो यूपी पुलिस के ऑफिसियल अकाउंट से उनसे उनका फोन नम्बर माँगा गया लेकिन पुलिस वालों से उठ चुके विश्वास की वजह से उन्हें पुलिस सेल पर भी भरोसा नहीं है कि पुलिस उनकी मदद करेगी या उन्हें और परेशान करेगी.
I nee help India. 20 or more police officers came to my house at midnight and harassed my sister and my mother while no female constable was present.
by inindia