साल 2017 के जुलाई और अगस्त में चोटी कटवा के मामले ने काफी तेज़ी पकड़ी थी. इस मामले में कई लड़कियों की चोटी काटने की वारदातें सामने आई थी. पूरे देश में चोटी कटवा कांड चर्चा का विषय बना हुआ था. कुछ लोग इसे शरारती तत्वों का काम बता रहे हैं तो कुछ लोग कह रहे हैं कि कोई चुड़ैल महिलाओं के बाल काट रही है. काफी दिन चले इस कांड का पुलिस कोई खासा खुलासा नहीं कर सकी थी.
हाल ही में एक बार फिर से चोटी कटने का मामला आया है. आगरा के शमसाबाद क्षेत्र में सोते समय एक युवती की चोटी कट गई. सुबह उठी तो चोटी के बाल कटे हुए थे और पैर पर हल्दी से सतिया बना था. इस घटना के बाद युवती के परिवार के लोग डर गए है. एक फिर से गांव में अफवाहें फैलने लगीं हैं.
हरिओम के घर पर लगी गांववालों की भीड़
बताया जा रहा है कि गांव धिमश्री के रहने वाले हरिओम जादौन की बेटी कृष्णा शनिवार रात को मां के साथ चारपाई पर सो रही थीं. सुबह उठीं तो मां-बेटी के होश उड़ गए. कृष्णा की चोटी कटी हुई थी. यह खबर जंगल की आग की तरह फैली गयी. इस घटना के बाद हरिओम जादौन के घर भीड़ लग गई. कृष्णा का कहना था कि उसे पता ही नहीं चला कि चोटी कैसे कटी है, चोटी के बाल एक जगह से नहीं बल्कि कई जगह से कटे हैं.
पिछले साल भी हुई थी 100 वारदातें
चोटी काटने की इस वारदात के बाद से कोई कहने लगा कि चोटीकटवा लौट आया है. किसी ने कहा कि यह किसी की खुराफात है. भला ऐसे चोटी कैसे कट सकती है, इस घटना की सूचना पुलिस को अभी नहीं दी गई है. पिछले साल भी जुलाई और अगस्त में चोटी कटने की 100 से अधिक घटनाएं हुई थीं.जिससे पूरे देश में दहशत का माहौल बन गया था. इस कारण पुलिस की नींद उड़ गई थी. तब यह बात सामने आई थी कि कई जगह महिलाओं ने खुद ही चोटी काटी थी. कहीं भी इसकी पुष्टि नहीं हुई थी कि महिला की चोटी काटने के लिए कोई बाहर से आया है.