उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गोमती रिवरफ्रंट प्रॉजेक्ट के तहत हो रहे डेवलपमेंट के बाद बिजली की बढ़ी हुई मांग की आपूर्ति के लिए 4 नए उपकेंद्र बनाए जाएंगे। इसके लिए लेसा ने शासन को पत्र भेजा है। लेसा के अधिकारियों ने बताया कि गोमती के किनारें सवरने के बाद यहां बिजली की खपत बढ़ जाएगी। ऐसे में इसी आपूर्ति के लिए नए उपकेन्द्र स्थापित करने की आवश्यकता है।
- अनुमान के मुताबिक, रिवरफ्रंट डेवलप होने के बाद 15 से 20 हजार किलोवाट का अतिरिक्त लोड बढ़ जाएगा।
- रिवरफ्रंट प्रॉजेक्ट के तहत गोमती नदी के किनारे पर ओपन एयर रेस्त्रां, फुटबॉल स्टेडियम और म्यूजिकल फाउंटेन के साथ हजारों की संख्या में एलईडी लाइटें लगाई जाएंगी।
- इसके अलावा प्रदेश सरकार किनारों पर वाटर स्पोर्ट्स भी शुरू करने की योजना बना रही है।
- यही कारण है कि लेसा ने 10 करोड़ रुपयों की लागत से क्षेत्र में चार नए उपकेंद्र बनाने का प्रॉजेक्ट तैयार किया है।
- सूत्रों के हवाले से खबर है कि इस प्रॉजेक्ट को बिजनेस प्लान में शामिल करने पर भी सहमति बन चुकी है।
- लेसा के चीफ इंजीनियर आशुतोष श्रीवास्तव ने बताया कि दो उपकेंद्र ट्रांसगोमती साइड में बनाए जाएगें और दो उपकेंद्र दूसरी साइड पर बनेंगे। इसके लिए जमीन की तलाश की जा रही है।
- उन्होंने बताया कि जमीन मिलने के साथ ही अगले साल जनवरी में नए उपकेंद्रों का निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएगा।