उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बनाये गाए गोमती रिवर फ्रंट में हुए घोटालों की जांच चल रही है. इस दौरान अब रिवर फ्रंट परियोजना को पूरा करने के फैसला किया गया है. ये फैसला आज कार्रवाई निर्धारित समिति की बैठक में लिए गया है. इस बैठक में रिवर फ्रंट की जांच जारी रखने की भी बात कही गई है. फिलहाल इस मामले में समिति परियोजना से जुड़े इंजीनियरों का बयान दर्ज करेगी.
सुरेश खन्ना की कमेटी दे चुकी है नेताओं को क्लीन चिट –
- गोमती रिवर फ्रंट घोटाले की जांच करने के लिए 3 सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया गया था.
- हालाँकि इस घोटाले से सम्बंधित नेताओं को मंत्री सुरेश खन्ना की कमेटी ने क्लीन चिट दे चुकी है.
- इस मामले में मंत्री सुरेश खन्ना की 3 सदस्यीय कमेटी ने मुख्य सचिव आलोक रंजन और प्रमुख सचिव दीपक सिंघल से इस मामले में लिखित जवाब माँगा था.
- जिसके तहत 7 जून को आलोक रंजन और दीपक सिंघल ने इस मामलें में मंत्री सुरेश खन्ना को अपना जवाब सौंप दिया था.
- जबकि कमेटी की रिपोर्ट के बाद चीफ इंजीनियर काजिम अली के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई थी.
- जिसके तहत सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने 2 जून को काजिम अली पद से हटा दिया था.
- यही नही इस मामले में सहायक अभियंता अनिल यादव को पहले ही हटाया जा चूका है.
- सिंचाई मंत्री का कहना है कि कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर सभी दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.
- साथ ही इस मामले में हुए घोटाले को लेकर सरकार सीबीआई जांच की मांग करने की तयारी में है.
- जिसके तहत जांच के लिए गठित कमेटी 15 जून तक सीबीआईजांच की मांग कर सकती है.