ऑक्सीजन की सप्लाई न मिलने से 32 बच्चों (gorakhpur: brd hospital) सहित 50 से अधिक मरीजों की मौत हो जाती है। यह बात तब और भयावह हो जाती है जब यह पता चलता है कि उसी अस्पताल का सूबे के मुख्यमंत्री कुछ रोज पहले ही वहां का दौरा करके आये होते हैं।
मौत का कहर ऐसा कि पैर पकड़ कर रोने लगे परिजन!
- ऐसे में इस दुर्घटना का जिम्मेदार किसे माना जाये?
- गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में मात्र 69 लाख रुपये का भुगतान न होने के चलते ऑक्सीजन की सप्लाई करने वाले ठेकेदार ने सप्लाई ठप्प कर दी।
- देखते ही देखते 32 बच्चों की मौत हो गई।
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- हालांकि, इस हृदय विदारक घटना को अस्पताल एवं जिला प्रशासन ने भ्रामक तरीके से छुपाने की कोशिश भी की।
- यदि समय रहते भुगतान की समस्या पर गौर किया जाता तो मासूमों की जान बच जाती।
- फिलहाल, सोशल मीडिया पर राज्य सरकार की चौतरफा निंदा हो रही है।
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इस पूरे घटनाक्रम पर शुरू से लेकर अब तक के तथ्यों को जानते हैं…
- 4:10 बजे स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने स्वीकार किया कि दो घंटे के लिए सप्लाई बाधित हो गई थी. हालाँकि उस दौरान सिलेंडर से ऑक्सीजन की पूर्ति की जा रही थी.
- 3:45 बजे प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर बताया कि परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल को मामले की जानकारी लेने के लिए गोरखपुर रवाना किया गया है.
- 3:42 बजे चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा कि मामले की जांच के लिए उच्च स्तरीय जांच दल का गठन किया गया है. साथ ही, मामले की गम्भीरता को देखते हुए बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है.
- 3:27 बजे स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि राज्य सरकार एक सम्वेदनशील सरकार है. उन्होंने कहा कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बिहार, नेपाल आदि से बच्चे इलाज के लिए आते हैं. मेडिकल कॉलेज में सारे केस गम्भीर अवस्था में ही आते हैं. ऐसे में यहाँ मरने वाले बच्चों की संख्या ज्यादा रहती है. गैस की सप्लाई के सन्दर्भ में उन्होंने कहा कि 10 तारीख को शाम 7:30 बजे गैस की सप्लाई कम होने लगी थी. जांच में पाया गया कि लिक्विड गैस की सप्लाई बंद होने के बाद सिलेंडर से सप्लाई की जा रही थी. उन्होंने कहा कि इस सन्दर्भ में पाया गया है कि गैस की सप्लाई बाधित होने से किसी भी बच्चे की मौत नहीं हुई है. उन्होंने यह भी कहा कि बीती 9 जुलाई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे के समय अस्पताल प्रशासन ने भुगतान की समस्या का जिक्र ही नहीं किया गया था.
- 2:50 बजे परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी इस घटना से बहुत आहत हुए हैं. उन्होंने कहा कि वह अस्पताल में जाकर मामले को जानने के बाद पीएम को पूरे मामले की जानकारी देंगी.
- 1:20 बजे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी ने कहा कि इस घटना के लिए उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार जिम्मेदार है. इन मौतों के जिम्मेदार लोगों पर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए.
- 1:13 बजे एएनआई ने बताया कि प्रदेश राज्यमंत्री आशुतोष टंडन और सिद्धार्थनाथ सिंह बीआरडी मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों संग बैठक कर जान रहे मामले की हकीकत।
- 12:50 बजे शान्ति के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी ने ट्वीट किया कि आजादी के 70 साल बाद भी हम बच्चों की सुरक्षा नहीं कर पा रहे हैं। योगी सरकार को इसकी गम्भीरता को समझना चाहिए।
- 12:40 बजे केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल गोरखपुर पहुंचे।
- 12:15 बजे यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा, सरकार सच नहीं बता रही है। सपा की ओर से एक प्रतिनिधि मंडल बीआरडी अस्पताल में जाकर पूरे मामले की पड़ताल करेगा। इसके बाद हकीकत से जनता और सरकार को अवगत कराएगा।
- 1. गुरुवार की शाम से ही ऑक्सीजन की सप्लाई को लेकर दिक्कत शुरू हो गई थी।
- 2. ठेकेदार का कहना है कि वह बीते छह माह से अपने भुगतान को लेकर तकादा कर रहा था।
- 3. शुक्रवार को जब मौतों की जानकारी मीडिया को हुई तो आनन-फानन में अस्पताल प्रशासन की नींद टूटी।
- 4. कुछ रोज पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उस अस्पताल का दौरा किया था।
- 5. मुख्यमंत्री को उस समय अस्पताल प्रशासन ने भुगतान सम्बन्धी किसी भी समस्या की क्यों नहीं दी जानकारी?
- 6. बच्चों की मौतों पर जब राजनीति गर्माने लगी तो ऑक्सीजन देने वाली संस्था को तुरंत दिया गया 22 लाख रुपये का भुगतान।
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राजनीति हुई तेज
- 1. बीआरडी मेडिकल कॉलेज में लापरवाही से हुई (gorakhpur: brd hospital) मौतों पर शुक्रवार से ही राजनीती तेज हो गई है।
- 2. यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने निष्पक्ष जांच की मांग के साथ ही दोषियों पर उचित कार्रवाई करने की मांग की है।
- 3. शनिवार की सुबह कांग्रेस का पांच सदस्यीय दल अस्पताल में जांच करने पहुंचा है।
- 4. पहली नजर में गोरखपुर के डीएम और और अस्पताल प्रशासन को दोषी माना जा रहा है।
- 5. कांग्रेस की ओर से जांच करने पहुंची टीम ने इसे राज्य सरकार को दोषी माना है।
- 6. कांग्रेस ने जांच के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जनता से सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगने की बात कही है।
- 7. चिकित्सा मंत्री आशुतोष टंडन से इस्तीफे की मांग तेज हो गई है।
- 8. कांग्रेस नेताओं ने जांच में पाया कि इस बात से सभी वाकिफ थे कि ऑक्सीजन की सप्लाई कुछ दिनों में बाधित हो जाएगी (gorakhpur: brd hospital) मगर समय रहते किसी ने ठोस कदम नहीं उठाया।
BRD मेडिकल कॉलेज में मरने वाले 30 बच्चों की संख्या घटकर 7 हुई!
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