सूबे में निजाम बदलने के बाद अधिकारियों अपने काम करने के तरीकों को बदल दिया है। अधिकारियों से सीएम योगी आदित्यनाथ देर रात तक प्रजेंटेशन ले रहे हैं, लेकिन सीएम योगी के जिले गोरखपुर में एक ऐसा थानेदार है जो सीएम की बात को मानता ही नहीं है। एक बार नहीं, सीएम उसे दो बार निर्देश दे चुके हैं, लेकिन वो हैं कि सीएम की सुनता ही नहीं है।

क्या है मामला

गोरखपुर जिले के चौरी-चौरा थाना क्षेत्र के बसडीला गांव की रहने वाली एक पीड़ित सुनीता शुक्ला ने सीएम योगी आदित्यनाथ से 23 मई 2016 को उसके जमीन पर गांव का ही एक दबंग द्वारा कब्जा कर शौचालय बनवाएं जाने की शिकायत की। जिसके बाद योगी आदित्यनाथ ने महिला के शिकायत पत्र को देखने के बाद चौरी-चौरा थानाध्यक्ष यदुवेंद्र बहादुर पाल को पत्र लिख महिला को न्याय दिलाने को कहा। जिसके बाद भी महिला थाने का चक्कर लगा रही है। 11 मार्च को चुनाव परिणाम में प्रचंड बहुमत मिलने के बाद बीजेपी ने योगी आदित्यनाथ को सूबे का सीएम बना दिया गया। 27 मार्च को पीड़ित महिला फिर सीएम योगी से मामले की शिकायत की। जिसके योगी आदित्यनाथ ने फिर थानाध्यक्ष को पत्र लिख महिला को न्याय दिलाने के लिए कहा। जिसके बाद भी महिला न्याय के लिए दर-दर भटक रही है।

https://www.youtube.com/watch?v=7aXoOMdZmF8&feature=youtu.be

‘SSP के जाने के बाद थाने में घुसना

न्याय के लिए लगभग 6 माह से महिला रोज चौरीचौरा थाने का चक्कर लगा रही है। जैसे ही उसे पता चला कि आज एसएसपी गोरखपुर थाने पर आ रहे हैं, महिला भी थाने पहुंच गई। महिला को देख थाना प्रभारी ने महिला धमकी देते हुए कहा कि एसएसपी के जाने के बाद ही थाने में घुसना।

कब मिलेगा महिला को न्याय?

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जिले में अगर अधिकारी सीएम के निर्देशों को अगर नहीं मान रहे है। पीड़ितों को न्याय दिलाने के बजाय उससे थाने का चक्कर लगवा रहे है। तो प्रदेश के दूसरे इलाके में अधिकारी सीएम योगी के निर्देशों का कितना पालने करेंगे ये सोचने वाली बात हैं।

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