योगी सरकार द्वारा सभी विभागों और जिलों में कमियों की कवायद तेज़ होती दिखाई पड़ रही हैं। मथुरा में मुड़िया पूर्णिमा मेले में लाखो की तादात में श्रद्धालु उमड़ते हैं। जिसको लेकर प्रशासन ने कमर कस ली हैं। इस बार हैलीकॉप्टर से गोवर्धन की परिक्रमा कर सकेंगे श्रद्धालु । वृन्दावन से गोवर्धन तक 8 और 9 जुलाई को उड़ेंगे हैलीकॉप्टर प्रशासन ने शुरू की तैयारियां।
गोवर्धन परिक्रमा पर योगी सरकार की बैठक, 4500 करोड़ से होगा कायाकल्प!
योगी के निर्देश के बाद हरकत में आया प्रशासन
- गोवर्धन के मुड़िया पूर्णिमा मेले में इस बार हैलीकॉप्टर से गोवर्धन की परिक्रमा कर सकेंगे श्रद्धालु।
- वृन्दावन से गोवर्धन तक 8 और 9 जुलाई को उड़ेंगे हेलीकॉप्टर।
- प्रशासन ने तेजी से शुरू की तैयारियां।
- यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के निर्देश पर स्थानीय प्रशासन आया हरकत में।
- हैलीपैड के स्थल का सिटी मजिस्ट्रेड और उप नगरायुक्त ने किया निरीक्षण।
- अधीनस्थ को दिए हेलीपैड को दुरस्त करने के निर्देश ।
क्या है मान्यता मुड़िया पूर्णिमा मेले की ?
- मान्यता है कि चैतन्य महाप्रभु की भक्ति से प्रभावित होकर सनातन गोस्वामी जी उनसे मिलने के लिए पश्चिम बंगाल से बनारस आए।
- चैतन्य महाप्रभु से मिलने और उनसे मिली प्रेरणा के बाद कृष्ण भक्ति करने ब्रज में वास करने आ गए।
- ब्रज क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर उन्होंने कृष्ण की भक्ति की।
- गोवर्धन स्थित चकलेश्वर मंदिर परिसर में स्थित सनातन गोस्वामी जी की भजन कुटिया आज भी यहां स्थित है।
- मुड़िया संतों के अनुसार 1556 में सनातन गोस्वामी जी के गौ लोक गमन के बाद गौड़ीय संतों एवं उनके शिष्यों।
- उनमें आस्था रखने वाले ब्रजजनों ने सिर मुड़वाकर उनके पार्थिव शरीर के साथ गिरिराज जी की सप्तकोसीय परिक्रमा लगाई थी
- तब से गौड़ीय संत और उनके भक्त सिर मुड़ाकर इस प्राचीन परंपरा का निर्वहन करते चले आ रहे हैं।
- उसी समय से गुरु पूर्णिमा को मुड़िया पूर्णिमा के नाम से जाना जाने लगा।
- आज भी मुड़िया संत सिर मुड़वा कर गाते-बजाते गिरिराज जी की सप्तकोसीय परिक्रमा लगाते हैं।
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