उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले में सरकारी विद्यालय की स्थिति बदहाल है. भले ही योगी सरकार शिक्षा व्यवस्था को लेकर लाख दावे कर रही हो लेकिन श्रावस्ती जिले में इन दावों का असर रत्ती भर दिखाई नही दें रहा। शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से बेपटरी है।
नहीं आते शिक्षक विद्यालय:
मामला श्रावस्ती जिले के विकास खंड हरिहरपुररानी के प्राथमिक विद्यालय कोकल का है, जहां रसोईयों के बल पर सरकारी विद्यालय चल रहा है।
विद्यालय में 2 शिक्षकों की तैनाती होने के बावजूद मीटिंग का बहाना बताकर शिक्षक आये दिन गायब हो जाते है। ‘जब सैंया हुए कोतवाल, तो डर काहे का’ यह कहावत इन शिक्षकों पर बिल्कुल सटीक बैठ रही है।
मुख्यमंत्री के प्रयासों पर शिक्षकों की हीलाहवाली:
एक तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिये पूरी तरह प्रयास रत हैं. तो वहीं श्रावस्ती में कुछ ऐसे भी विद्यालय है, जहां पर शिक्षक अक्सर गायब रहते है।
अब योगी जी आप ही बताइए कि जब गुरू ही स्कूल में नही रहेंगे तो क्या संवरेगा बच्चों का भविष्य, क्या हो पायेगा सर्व शिक्षा अभियान का सपना साकार।