नोएडा में पतंजलि फूड पार्क का मामले में पतंजलि ने यूपी सरकार को पत्र भेजा है. जिसमें प्रदेश सरकार को चेतावनी दी है कि यदि 15 जून तक जमीन की सबलीज नहीं मिली तो प्रोजेक्ट रद्द कर दिया जाएगा. बता दें कि मेगा फूड पार्क के लिए पतंजलि का फाइल केन्द्र में फंसी हुई है. इस मामले में खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय आयुक्त अनूप चन्द्र पाण्डेय ने पतंजलि को पत्र लिखकर 15 जून तक दिए समय सीमा को बढ़ाकर 30 जून करने को कहा है.
91 एकड़ सबलीज पर मांगी है जमीन
बाबा रामदेव और सीएम योगी के बीच चल रही अड़चनों के बीच पतंजलि फूड पार्क को शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया था। जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हस्तक्षेप के बाद इसे रद्द किया गया था। फाइलों के केन्द्र में फंसे होने से नाराज पतंजलि ने औद्योगिक विकास आयुक्त को पत्र लिख कर 15 जून की तिथि का हवाला दिया है।
कहा है कि 15 जून की समय सीमा भारत सरकार को दी गई है। बता दें कि पतंजलि के तरफ से 450 एकड़ में से 91 एकड़ सबलीज मांगी गई थी। जिसकी फाइल अभी तक केन्द्र में फंसी हुई है। बता दें कि यूपी सरकार के अफसर इसे नियम विरुद्ध मानते हैं।
फूड पार्क शिफ्ट करने का लिया गया था निर्णय
आज ग्रेटर नोएडा में केन्द्रीय सरकार से स्वीकृत मेगा फूड पार्क को निरस्त करने की सूचना मिली
श्रीराम व कृष्ण की पवित्र भूमि के किसानों के जीवन में समृद्धि लाने का संकल्प प्रांतीय सरकार की उदासीनता के चलते अधूरा ही रह गया #पतंजलि ने प्रोजेक्ट को अन्यत्र शिफ्ट करने का निर्णय लिया pic.twitter.com/hN6LRbhO4i— Acharya Balkrishna (@Ach_Balkrishna) June 5, 2018
बालकृष्ण का कहना है, ‘यूपी सरकार के निराशाजनक रवैये के वजह से फूड पार्क को शिफ्ट किया जा रहा है. अब किसानों का जीवन बेहतर नहीं हो पाएगा.’ बता दें, नोएडा में फूड पार्क की आधारशिला प्रदेश में पिछली सरकार के मुखिया अखिलेश यादव ने रखी थी.
बालकृष्ण ने ‘आजतक’ से बात करते हुए कहा कि, ‘यूपी में केवल धींगा-मस्ती हो रही है, काम नहीं हो रहा. हमारी फाइल कहां है आप पता करें.’
बाबा रामदेव का कहना है कि केंद्र सरकार के मंत्रालय फूड प्रोसेसिंग मिनिस्ट्री ने अनुमति दी थी और कहा था कि जल्द से जल्द यहां पर मेगा फूड पार्क बना लें. लेकिन योगी सरकार ने इसके प्रति उदासीनता पूर्ण रवैया दिखाया और उसको निरस्त कर दिया.
सीएम योगी ने की थी बाबा रामदेव से बात
बता दें कि पतंजलि फूड एंड हर्बल पार्क को शिफ्ट करने की जानकारी मिलने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने बाबा रामदेव से फोन पर बात की थी. उन्होंने फूड पार्क को राज्य से बाहर नहीं शिफ्ट करने को लेकर बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण को आश्वासन दिया था.
पतंजलि के प्रवक्ता एसके तिजरावाला ने कहा कि बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण से बातचीत में सीएम योगी ने कहा कि हम महत्वपूर्ण फूड पार्क को उत्तर प्रदेश से बाहर नहीं जाने देंगे.
अखिलेश सरकार में मेगा फूड पार्क बनाने का लिया गया था फैसला
बता दें कि अखिलेश सरकार में पतंजलि के इस मेगा फूड पार्क को बनाने का फैसला किया गया था. अखिलेश यादव और बाबा रामदेव ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसका ऐलान किया था. इस परियोजना की लागत 1666.80 करोड रुपये थी.
मालूम हो कि ये फूड पार्क 455 एकड़ में बनना था. बाबा रामदेव के मुताबिक, इस फूड पार्क से 8000 से अधिक लोगों को सीधा रोजगार और 80 हजार लोगों को परोक्ष रोजगार मिलता.