उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के सुरक्षाकर्मियों के उस समय हाथ पांव फूल गए जब शहीद दिवस पर शहीद स्मारक में दीप दान करने पहुंचे राम नाईक ने अचानक गोमती नदी में नाव पर बैठकर दीपदान की इच्छा जताई।
डगमगाई नाव तो सुरक्षाकर्मियों ने संभाला
- गोमती में दीपदान की इच्छा को राज्यपाल के सुरक्षाकर्मी भला कैसे टाल सकते थे।
- सुरक्षाकर्मियों ने राज्यपाल को नाव में बैठाया लेकिन उस वक्त नाव का संतुलन बिगड़ गया और नाव डगमगा गई।
- इससे डरे दो सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें संभाला और सही तरीके से नाव में बैठाया।
लखनऊ: राज्यपाल राम नाईक ने शहीद स्मारक पर गोमती नदी में किया दीप दान! #MahatmaGandhi pic.twitter.com/yH4zMhJOAv
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- इसके बाद राज्यपाल ने नदी में दीपदान किया।
- हालाकि बताया जा रहा है कि नदी में दीपदान करने का पहले से कोई उनका कार्यक्रम प्रस्तावित नहीं था।
- अचानक राज्यपाल ने जब इच्छा जताई तो सब सकते में आ गए लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उनके आदेशों को बखूब निभाया।
लखनऊ: राज्यपाल राम नाईक गोमती नदी में नावं में बैठते वक्त गिरने से बचे, सुरक्षाकर्मियों के सहयोग से बाहर आये राज्यपाल! #MahatmaGandhi pic.twitter.com/B4eAI7JkRE
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शहीद दिवस पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे राज्यपाल
- राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 68वीं पुण्यतिथि (शहीद दिवस) के अवसर पर 30 जनवरी सोमवार को शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिये राज्यपाल रामनाईक शहीद स्मारक पहुंचे थे।
- इससे पहले सुबह 11:00 बजे से 11:02 बजे तक दो मिनट का मौन धारण किया गया था।
लखनऊ: राज्यपाल राम नाईक को नावं से बाहर निकालने में सुरक्षाकर्मियों के छूटे पसीने! #MahatmaGandhi pic.twitter.com/QPEAuVpoNI
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- इस दौरान शहर की रफ्तार रुक गई थी। वहीं पुलिस लाईन में पुलिसकर्मियों ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
- शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए शहर भर में तमाम कार्यक्रम आयोजित किये गए थे।