उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के चितबड़ागांव कस्बे में पण्डित दीनदयाल उपाध्याय के मूर्ति का अनावरण को लेकर जनपद में तैयारियां जोरों पर हैं। मूर्ति का अनावरण 12 फरवरी को राज्यपाल रामनाईक के हाथों होगा। राज्यपाल के जनपद में आगमन के मद्देनजर तैयारियां तेज हो गई है। जिला प्रशासन के आलाधिकारी शनिवार को वीआईपी सुरक्षा का खाका खींचने में व्यस्त रहे। राज्यपाल राम नाईक फेफना विधानसभा क्षेत्र के नगर पंचायत चितबड़ागांव में एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की मूर्ति का अनावरण करने सोमवार को आ रहे हैं।
स्वदेशी जागरण मंच बलिया के तत्वावधान में चितबड़ागांव कस्बे के महरेंव में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 50वीं पुण्यतिथि पर आयोजित मूर्ति अनावरण समारोह की तैयारियां बड़े पैमाने पर की जा रही हैं। कार्यक्रम स्थल पर मंच आदि को अंतिम रूप दिया जा रहा है। प्रशासनिक हलकों में इस वीआईपी कार्यक्रम को लेकर भी खासी हलचल है। सूत्रों की मानें तो भीड़ के मद्देनजर कार्यक्रम स्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किए जाएंगे।
कई कार्यक्रमों में शरीक होंगे राज्यपाल
राज्यपाल राम नाईक न सिर्फ मूर्ति का आवरण करेंगे बल्कि कई अन्य कार्यक्रमों में शरीक होंगे। वे महरेंव में ही पं0 दीनदयाल उपाध्याय स्मारक अनुसंधान एवं आरोग्य केंद्र का उद्घाटन भी करेंगे। सोमवार को सुबह लगभग 9ः30 बजे निर्धारित इस कार्यक्रम में राज्यपाल श्री नाईक आरोग्य केंद्र के शुभारंभ के साथ ही निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण, रक्तदान शिविर व गौशाला का शुभारंभ भी करेंगे। इस आयोजन में स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय संगठन मंत्री कश्मीरी लाल, आरएसएस के गोरक्ष प्रांत संचालक डा पृथ्वीराज सिंह, एयरपोर्ट अथारिटी ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष आईएएस आरके श्रीवास्तव भी उपस्थित होंगे।
एकात्म मानववाद के प्रणेता थे पं0 दीनदयाल
एकात्म मानववाद के प्रणेता पं0 दीनदयाल उपाध्याय का जन्म 25 सितम्बर सन 1916 में मथुरा के चन्द्रभान क्षेत्र के नंगला गाँव में हुआ था। पिता भगवती प्रसाद उपाध्याय एवं माता रामप्यारी की संतान पं दीनदयाल ने दसवीं, बारहवीं व स्नातक में स्वर्ण पदक हासिल किया। 1937 में कानपुर में स्वयंसेवक बने और बलवंत महासिंधे, भाऊराव देवरस, सुन्दर सिंह भण्डारी और नानाजी देशमुख से प्रेरणा प्राप्त कर 1942 से संघ के प्रचार-प्रसार में जी जान से जुट गए। 1951 में भारतीय जनसंघ में प्रवेश कर उत्तर प्रदेश के संगठन मंत्री बने। 1953 में अखिल भारतीय महामंत्री और कालीकट अधिवेशन में 1967 में अखिल भारतीय अध्यक्ष बने। 11 फरवरी 1968 में पंडित दीनदयाल उपाध्याय का देहावसान हो गया।
कल आएंगे मंत्री उपेंद्र तिवारी
राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उपेंद्र तिवारी 11 फरवरी को दोपहर बाद करीब चार बजे जनपद में आएंगे। रविवार को नरहीं में एक निजी कार्यक्रम में शरीक होंगे। वहीं 12 फरवरी को चितबड़ागांव में आयोजित पं0 दीनदयाल उपाध्याय मूर्ति अनावरण समारोह में राज्यपाल राम नाईक के साथ शामिल होंगे। राज्यपाल के साथ ही हेलीकॉप्टर से लखनऊ के लिए प्रस्थान कर जाएंगे।