“आप” नेता गौरव माहेश्वरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में ठण्ड अपने चरम पर है बच्चे, बूढ़े, जवान सभी इस हांड कंपाती ठण्ड से परेशान हैं। लेकिन सरकारी विफलता का इससे बड़ा उदाहरण और क्या सकता है कि प्रदेश के स्कूलों में अभी तक स्वेटर तक वितरित नहीं हो पाए हैं अलाव, रैन बसेरों और कम्बल वितरण की बात तो जाने ही दीजिये।
गौरव माहेश्वरी ने कहा कि चार महीने से स्कूलों में स्वेटर वितरण सुनिश्चित नहीं हो पाया है। तो इससे अंदाजा लगाया जा सकता है की योगी सरकार आम जनता की जरूरतों के प्रति कितनी सजग है। उन्होंने कहा कि अब सरकार ने जिला व स्कूल स्तर पर कमेटियों के गठन का जो आदेश दिया है। उसमें प्रश्न यह उठता है कि कितने समय में इन कमेटियों का गठन होकर स्वेटरों की खरीद प्रक्रिया पूरी कर स्कूलों में स्वेटर का वितरण होगा।
जबकि आने वाले 15 दिन तक भीषण ठण्ड होने का अनुमान है और उसके बाद शायद ठण्ड का वो स्वरुप न रहे जो वर्तमान में है। योगी सरकार के मंत्री का यह कहना कि जब तक स्कूलों में स्वेटर वितरण नहीं हो जाते वो खुद स्वेटर नहीं पहनेंगी। गरीबों का मजाक उड़ाने जैसा है क्योंकि जिनके घर, गाडी से लेकर कार्यालय तक वातानुकूलित हों उनके स्वेटर पहनने न पहनने से शायद कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे गरीब तबके से आते हैं। जिनके लिए सरकार द्वारा वितरित किया जाने वाले स्वेटर की कीमत ये हीटर और ब्लोवरों में रहने वाले मंत्री नहीं समझेंगे।
उन्होंने कहा कि सवाल यह भी है के जब सरकार चार महीनों में 200 रुपये में स्वेटर उपलब्ध नहीं करा पायी तो ये कमेटियां किस तरह से 200 रुपये का स्वेटर वितरित करेंगी और कितने समय में करेंगी। भाजपा नेताओं ने विधान सभा चुनाव प्रचार के दौरान ये कहा था कि सरकारी स्कूलों में पठन-पाठन के कार्य प्रभावित न हों और साल में 300 दिन पठन-पाठन चल सके इसके लिए आवश्यक है कि शिक्षकों को और किसी काम में न लगाया जाए। इसके विपरीत अब सारे शिक्षकों को स्वेटर वितरण के कार्य में लगाया जा रहा है। मार्च अप्रैल में परीक्षाएं होनी है ऐसे में बच्चों के पठन-पाठन का कार्य कैसे चलेगा ये तो भाजपा ही जाने।