प्रदेश के अस्पतालों में लापरवाई और संवेदनहीनता की घटनाएं थमने का नाम नही ले रही हैं । बहराइच के जिला अस्पताल CSC से एक लापरवाई की घटना सामने आई है जहाँ प्रसव के बाद एक महिला को नवजात के साथ अस्पताल के फर्श पर लेटा दिया गया। जिसके चलते घंटो तक प्रसूता नवजात से साथ ठन्डे फर्श पर पड़ी रही। देर रात हो हल्ला मचने पर आनन फानन में उसे बेड मुहैया कराया गया।
अस्पताल कि लापरवाई: प्रसव के बाद नवजात को लेकर ठन्डे फर्श पर घंटों पड़ी रही महिला !
- बहराइच में मोहल्ला वजीरबाग के निवासी अशोक कश्यप की 30 वर्षीय पत्नी गीता को को प्रसव पीड़ा हुई।
- अशोक ने परिवारीजनों की मदद से पत्नी को जिला अस्पताल CSC में भर्ती कराया ।
- अस्पताल में देर शाम को गीता ने नवजात को जन्म दिया।
- नवजात को जन्म देने के काफी देर बाद तक गीता स्ट्रेचर पर लेबर रूम में पड़ी रही।
- इसके बाद बेड खाली न होने की बात कहकर उसे अस्पताल के फर्श पर लेटा दिया गया।
- रात 11 बजे तक प्रसूता उस ठन्डे फर्श पर नवजात के साथ कराहती रही।
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- गीता के पति बताया कि उसने बेड मुहैया कराने के लिए काफी मिन्नतें की।
- लेकिन मौके पर मौजूद एक चिकित्सक द्वारा रुपये की मांग की जा रही थी।
- अशोक के विरोध करने पर बेड मुहैया नहीं कराया गया।
- देर रात कुछ पत्रकार अस्पताल पहुंचे।
- पूछताछ शुरू हुई, तब अचानक अस्पताल प्रशासन हरकत में आया।
- आनन फानन में प्रसूता को बेड मुहैया कराया गया।
- इस मामले में महिला अस्पताल में मौजूद चिकित्सक से बात करने की कोशिश की गई।
- लेकिन उन्होंने कोई भी बात करने से मना कर दिया।
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- बेड मुहैया न कराने के आरोप के मामले में भी किनारा कस लिया
- प्रसूता गीता को प्रसव के बाद बेड न मिलने और नवजात के साथ फर्श पर देर रात तक पड़े रहने के मामले में जब मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अरुण लाल से बात की गई।
- तो उन्होंने कहा कि मामला संज्ञान में नहीं था।
- अब पता चला है तो इसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी ।
- इससे पहले भी जिला अस्पताल में संवेदनहीनता के कई मामले सामने आ चुके हैं।
- गौरतलब है कि पन्द्रह दिन पूर्व एक गर्भवती की इसी संवेदनहीनता के चलते मौत हो चुकी है।
- पयागपुर से लाई गई एक गर्भवती ने एंबुलेंस में बच्चे को जना था।
- उसे भी स्ट्रेचर मुहैया नहीं कराया गया था।