उत्तर प्रदेश के लखनऊ स्थित राजकीय पॉलीटेक्निक लखनऊ (जीपीएल) के पुस्तकालय अध्यक्ष विनोद मिश्रा पर शुक्रवार निलंबन की कार्रवाई हुई। निदेशक प्राविधिक शिक्षा ने देर रात पुस्तकालय का प्रभार हस्तानांतरित न किए जाने को लेकर यह कार्रवाई की।
राजकीय पॉलिटेक्निक लखनऊ के पुस्तकालय अध्यक्ष का निलंबन:
बता दें कि जीपीएल में 2500 से ज्यादा छात्र पठन-पाठन का कार्य करते हैं। नए सत्र की शुरुआत से ही जीपीएल में लाइब्रेरी बंद पड़ी थी।
इसकी शिकायत प्रधानाचार्य जॉनबेग लोनी ने निदेशक प्राविधिक शिक्षा से की थी। चार्ज न बदल पाने से छात्रों को लाइब्रेरी का फायदा नहीं मिल रहा है और बुक बैंक की स्थापना में दिक्कतें आ रही थीं।
चार्ज न देने से बंद पड़ा था पुस्तकालय:
दरअसल, पुस्तकालय अध्यक्ष विनोद मिश्रा का ट्रांसफर बीते तीन महीने पहले सीतापुर के पॉलिटेक्निक संस्थान में हुआ था। उनको चार्ज की जिम्मेदारी सोनिया वर्मा को सौंपनी थीं। लेकिन, विनोद मिश्रा चार्ज देने में आनाकानी करते रहे।
इस बीच पुस्तकालय बंद रहा और छात्रों को एक भी किताब नहीं मिली। शुक्रवार निदेशक प्राविधिक शिक्षा आरसी राजपूत ने छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए विनोद मिश्रा को निलंबित कर दिया और चार्ज सोनिया वर्मा को देकर लाइब्रेरी खोलने के आदेश दिए।
लैब भी पांच साल से थी बंद:
प्रधानाचार्य जानबेग लोनी ने बताया कि विनोद मिश्रा के पास एक लैब का भी अतिरिक्त चार्ज था, जिसे उन्होंने पिछले पांच साल से खोला ही नहीं।
इसका चार्ज देने में भी दिक्कतें हुईं। बाद में चार्ज सौंपा तो गया, लेकिन लैब का प्रापर्टी रजिस्ट्रर नहीं मिला।
मामले की जांच किए जाने पर पाया गया कि विनोद मिश्रा ने लैब का प्रापर्टी रजिस्ट्रर बनाया ही नहीं था।
कमेटी करेगी जांच
निदेशक प्राविधिक शिक्षा ने आरोपों के जांच के लिए संदीप कुमार सिंह, राजकीय महिला पॉलीटेक्निक अमेठी को जांच अधिकारी नामित किया है।
संदीप महीने भर में अपनी रिपोर्ट निदेशालय सौंपेंगे। फिलहाल, विनोद मिश्रा को जांच चलने तक शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान, कानपुर से सम्बद्ध कर दिया गया है।